जयपुर. जहां मिशन मोड पर काम करते हुए बड़े स्तर पर बालसभा के रूप में प्रवेशोत्व को मनाया जाएगा तो वहीं जिला समान परीक्षाओं का परिणाम भी इन्हीं बाल सभाओं में अभिभावकों और ग्रामीणों की मौजूदगी जारी किया जाएगा. इसका सबसे बड़ा कारण स्कूलों में शिक्षा में गुणवत्ता लाने और सरकारी स्कूलों के नामांकन को पटरी पर लाना है. ये पहला मौका होगा जब सरकारी स्कूलों का परिणाम सार्वजनिक तौर पर किया जाएगा.आप को बता दे ऐसा पहली बार होगा जब सरकारी स्कूलों का परिणाम स्कूलों के बंद कमरों में नहीं बल्कि सार्वजनिक होगा. इनमें कक्षा 1 से 4 और 6,7,9,11 की वार्षिक परीक्षा परिणाम दिए जाएंगे. माध्यमिक शिक्षा निदेशालय बीकानेर ने इसके आदेश भी जारी किए है वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विभाग की बैठकों का दौर भी लगातार जारी है.
इसमें न सिर्फ शिक्षा विभाग बल्कि महिला बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग भी शामिल होंगे.आयुक्त स्कूल शिक्षा प्रदीप बोरड़ ने बताया कि अभी निजी स्कूल इसलिए आगे है क्योंकि वहां पेरेन्ट्स और शिक्षकों के बीच संवाद रहता है, लेकिन सरकारी स्कूलों में ऐसी कोई स्थिति नहीं है.वहीं अभिभावकों की भी दूरी रहती है. इसी का नतीजा है कि सरकारी स्कूलों में पिछले सालों में स्तर काफी गिरा है. इसी को देखते हुए इस बार मुहिम के तौर पर ये नई पहल की जा रही है.लेकिन एक मई से नया शिक्षा सत्र 2019-20 का शुभारंभ हो जाएगा और परिणाम 9 मई को आएंगे. ऐसी स्थिति में विभाग ने यह साफ किया है कि परीक्षाएं खत्म होने के बाद एक मई को बालक बालिकाओं को अस्थायी प्रवेश सुविधा दी गयी है. वहीं 9 मई को परिणाम घोषित होने बाद इसको शालादर्पन पोर्टल पर भी अपलोड किया जाएगा.