कोटा: देवली- उनियारा में विधानसभा उपचुनाव के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने के बाद मचे बवाल के मामले में पीपल्दा से विधायक चेतन पटेल कोलाना ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. उन्होंने इस इसे पूरे घटनाक्रम को सरकार की विफलता बताया और पुलिस व प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए. विधायक पटेल ने इस संबंध में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखा है. उनका कहना है कि पूरा घटनाक्रम प्रदेश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है. अब सरकार को निर्दोषों पर कार्रवाई नहीं करनी चाहिए. साथ ही जिन लोगों का नुकसान हुआ है, उसका मुआवजा सरकार को देना चाहिए.
पत्र में विधायक ने आरोप लगाया कि सरकार इस गंभीर मुद्दे पर मूकदर्शक बनी हुई है. मामले को अनदेखा कर रही है, जबकि पूरे मामले पर जन भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए. प्रशासन भी परिपक्वता के साथ मामले को संभालने में विफल रहा. समय से मामले का समाधान होना चाहिए था. निर्दोष पर अब गलत कार्रवाई नहीं होनी चाहिए और आगजनी से हुए नुकसान की भरपाई भी सरकार को करनी चाहिए.
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गांव में भय का माहौल: विधायक चेतन पटेल का आरोप है कि समरावता गांव में भय का माहौल है. लोकतंत्र में जनता जर्नादन है, लेकिन जिस तरह पुलिस प्रशासन ने अनुचित तरीके से बल प्रयोग किया है. उससे समरावता गांव के लोग डरे हुए हैं. गांव के 60 से 70 युवक लापता है. इस मामले में 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. घरों के बाहर सामान व वाहन जलने की खबर सामने आई है. परिवार अपने बच्चों को खोज रहे हैं.
पुलिस ने घरों में घुस कर मारा: विधायक ने ग्रामीणों के हवाले से आरोप लगाया कि पुलिस, एसटीएफ, आरएसी के जवानों ने घरों में घुसकर युवकों को मारा है. कई युवा घटनास्थल के पास तालाब में कूद कर दूसरे किनारे जाकर जान बचा पाए हैं. कुछ ने खेतों में भागकर शरण ली और इस पूरे मामले में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण घायल हो गए हैं.