जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार और पीएसीएल के उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए कि पचपदरा में स्थापित की जा रही रिफाइनरी पेट्रोकेमिकल कॉन्प्लेक्स परियोजना को 4 वर्ष की तय सीमा में पूरा कर मिसाल पेश करें.यह रिफाइनरी राज्य की सबसे महत्वपूर्ण योजना है. इस एक मॉडल के रूप में विकसित किया जाए. वहीं परियोजना की अल्पकालीन और दीर्घकालीन गतिविधियों की समीक्षा करते हुए उन्होंने चरणबद्ध रूप से समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए.
बैठक में पीएचसीएल के सी एम डी एम के सुराणा ने रिफाइनरी की प्रगति की जानकारी देते हुए कहा कि इस परियोजना को अक्टूबर 2022 तक पूरा करने का प्रयास किया जाएगा. इसके निर्माण से करीब 40 हजार लोगों को प्रत्यक्ष रूप से और करीब 60 हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर मिल सकेंगे. उनका के निर्माण कार्यों के लिए अब तक करीब 10 हजार करोड़ पर टेंडर जारी हो चुके हैं. वहीं 1348 करोड़ पर खर्च किए जा चुके.
रिफाइनरी की आंतरिक क्षण को कोर्ट का काम पूरा हो चुका है करीब 47 किलोमीटर की चारदीवारी में से 20 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है. सभी 12 लाइसेंस यूनिट को लेटर ऑफ एक्सपेंस जारी होने के साथ ही 9 लाइंसेंस यूनिट की बेसिक डिजाइन इंजीनियरिंग पैकेज का काम पूरा हो गया है. साथ ही पांच लाइसेंस यूनिट के इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट कंस्ट्रक्शन एंड कमीशन कांटेक्ट की एंटी आईटी जारी कर दी गई है.उन्होंने आश्वस्त किया कि रिफाइनरी काम तेजी से चल रहा है और उसे समय-समय पर पूरा किया जाएगा.
कौशल विकास केंद्र और आईटीआई स्थापित करें
मुख्यमंत्री ने कहा रिफाइनरी से राज्य के युवाओं को बड़ी आसा है. इसे देखते हुए पचपदरा और जोधपुर में उच्च स्तरीय कौशल विकास केंद्रों की स्थापना की जाएगी. जहां युवाओं को पेट्रो केमिकल है उसकी जुड़े उत्पादों के नियमों से संबंधित गाइडेंस और प्रशिक्षण मिल सके. साथ ही उनके आसपास पेट्रोकेमिकल उत्पादों की खपत के लिए इंडस्ट्रियल कॉरिडोर भी विकसित किया जाए. इससे रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध हो सकेंगे.
सुविधाओं का रखे पूरा ध्यान
सीएम गहलोत ने कहा कि रिफाइनरी में बड़ी संख्या में लोग काम करेंगे उनके लिए सुविधाजनक टाउनशिप विकसित करने के साथ ही सभी सुविधाओं से युक्त अस्पताल स्कूल की स्थापना भी की जाए. उन्होंने कहा कि रिफाइनरी के कार्यों के दौरान स्थानीय निवासियों की सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा. उन्हें किसी भी तरह से परेशानी नहीं हो इसके साथ ही सीएम गहलोत ने कहा कि जोधपुर और बाड़मेर नेशनल हाईवे पर भी रिफाइनरी विकसित की जाए. साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग 6 लेन बनाने के साथ ही वे साइट फैसिलिटी जैसे पार्किंग, होटल, रेस्टोरेंट, वाहन चालकों के लिए विश्राम और भोजन और अधिक सुविधा विकसित की जाए. उन्होंने कहा कि बालोतरा पचपदरा तक रेल सुविधा विकसित करने का भी प्रयास किया जाए.
बैठक ये रहे उपस्थित
बैठक में खान मंत्री प्रमोद जैन भाया , मुख्य सचिव डी बी गुप्ता मुख्यमंत्री सलाहकार गोविंद शर्मा , अतिरिक्त मुख्य सचिव खान एंड पेट्रोलियम सुदर्शन सेठी ,अतरिक्त मुख्य सचिव वित्त निरंजन आर्य , प्रमुख शासन सचिव राजस्व संजय मल्होत्रा रीको के प्रबंध निदेशक गौरव गोयल जोधपुर बाड़मेर जैसलमेर जिला कलेक्टर सहित उच्च अधिकारियों के पीएचसीएल के प्रतिनिधि उपस्थित है.