जयपुर. बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने बुधवार को लाल डायरी के कुछ अंश सामने रखे और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. इस बीच संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने गुढ़ा के आरोपों और लाल डायरी के अस्तित्व को ही नकार दिया है. साथ ही राजेंद्र गुढ़ा को विद्रोही बताते हुए जल्द कांग्रेस से रवानगी का दावा किया.
लाल डायरी का कोई अस्तित्व नहीं : धारीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा ने हमारे विद्रोही (गुढ़ा) के साथ मिलकर लाल डायरी का षड्यंत्र रचा, जो अब सबके सामने आ चुका है. धारीवाल ने दावा किया कि लाल डायरी का कोई अस्तित्व ही नहीं है. आरसीए पर आरोपों का इस मामले से कोई लेना देना नहीं है. धारीवाल ने गुढ़ा को पार्टी से निकालने को लेकर कहा कि इसका एक प्रोसीजर होता है जो चल रहा है. प्रदेश कांग्रेस इस पर काम कर रही है.
गुढ़ा के साथ कोई समझाइश नहीं : धारीवाल ने इस बात से साफ इनकार कर दिया कि गुढ़ा के साथ कांग्रेस कोई समझाइश करेगी. उन्होंने यहां तक कह दिया कि कांग्रेस ने तो भाजपा विधायक मदन दिलावर को भी माफ नहीं किया. उन्होंने दावा किया कि मदन दिलावर ने अपने किसी नेता के जरिए उन्हें यह मैसेज भिजवाया था कि उनके निलंबन को निरस्त किया जाए. उन्होंने कहा कि लाल डायरी एक षड्यंत्र है. उनको आगे करके भाजपा के लोगों ने यह खेल किया.
भाजपा के साथ मिलकर रचा षड्यंत्र : धारीवाल ने कहा कि इस षड्यंत्र का पर्दाफाश हो चुका है. जिसने ये मुद्दा उठाया और जो यह दावा करता था कि मैंने लाल डायरी चुराई, वो खुद कभी कहता है कि मुझे सीएम ने कहा था कि लाल डायरी जला दो. कभी कहता है कि कुछ पन्ने फाड़ लिए. उनका आपस में परस्पर विरोधी बयान है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह सारा षड्यंत्र रचा हुआ था.