जयपुर. दिल्ली में महिला पहलवानों की ओर से लगाए गए शोषण के आरोपों पर अब राज्य महिला आयोग ने भी सख्ती दिखाई है. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज ने कहा कि खिलाड़ियों के साथ इस तरह का दुराचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि खराब हो रही है. आयोग इस मसले को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग और सुप्रीम कोर्ट को पत्र लिखेगा. उन्होंने कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने की भी मांग की है.
जांच होने तक बर्खास्त हों : आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज ने कहा कि इन खिलाड़ियों ने इंटरनेशनल लेवल पर खेलकर देश का नाम रोशन किया है, लेकिन उनको न्याय मिलने तो दूर उनके आरोपों की जांच तक नहीं हो रही है. रियाज ने कहा कि गांव-ढाणी से निकलकर दिन-रात मेहनत करके देश का सिर ऊंचा किया है, ये खिलाड़ी लाखों-करोड़ों लोगों की रोल मॉडल हैं. दूसरी तरफ फेडरेशन के अध्यक्ष इनका शोषण करते हैं तो उनको बचाने की कोशिश की जा रही है. ये लोग पॉलिटिकल प्रभाव रख सकते हैं, लेकिन किसी के लिए रोल मॉडल नहीं हैं.
निष्पक्ष जांच की उम्मीद : उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों को न्याय मिलना चाहिए. अगर ऐसा नहीं हुआ तो भविष्य में महिला खिलाड़ियों की संख्या कम होगी. रेहाना रियाज ने कहा कि इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. जो भी दोषी हों उसे सजा मिले. आरोपों की निष्पक्षता से जांच तभी हो सकती है जब तक कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से बृजभूषण शरण सिंह को बर्खास्त किया जाए. आयोग अध्यक्ष ने कहा कि जब तक वो अपने पद पर रहेंगे अपने प्रभाव का इस्तेमाल करेंगे. इससे निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती.
सुप्रीम कोर्ट को लिखेंगे पत्र : आयोग की अध्यक्ष रेहान रियाज ने कहा कि इस पूरे मसले पर आयोग की ओर से राष्ट्रीय महिला आयोग को एक पत्र लिखा जाएगा. इसके साथ ही आयोग सुप्रीम कोर्ट को भी अपनी ओर से एक आग्रह पत्र लिखेगा. साथ ही उनसे इस पूरे मामले में संज्ञान लेने की अपील की जाएगी. इससे पहले भी कई मामले ऐसे हुए हैं, जिसमें कोर्ट ने अपने स्तर पर संज्ञान लेते हुए निष्पक्ष जांच कराई है. यह मामला भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर का है. उन्होंने दावा किया कि 176 देशों की फेडरेशन ने भी खिलाड़ियों का समर्थन किया है.
अब कहां है नेत्रियां : आयोग की अध्यक्ष ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि दुनिया में भारत का नाम रोशन करने वाली अंतराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ियों के साथ दिल्ली में जो व्यवहार हो रहा है, उस पर बीजेपी की नेत्रियां कुछ भी नहीं बोल रही हैं. एक समय ऐसा था जब आए दिन कुछ नहीं होने पर भी वो शोर मचाती थीं, आज ये चुप क्यों हैं? देश जानना चाहता है कि बृजभूषण सिंह पर कार्यवाई क्यों नहीं हो रही है ?