जयपुर. गर्भवती महिलाओं से पैसे देकर झूठी रिपोर्ट देने वाली नाथूसर अलवर निवासी महिला दलाल नैहना आखिरकार शुक्रवार को पीसीपीएनडीटी टीम के हत्थे चढ़ गई. मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि मुखबिर से शाहपुरा, विराटनगर, थानागाजी के आसपास के क्षेत्रों में अज्ञात गिरोह की ओर से गर्भवती महिलाओं के भ्रूण लिंग जांच किए जाने की सूचना मिली थी.
सूचना की पुष्टि पर पीसीपीएनडीटी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतवीर सिंह के नेतृत्व में एक डिकॉय टीम बनाई गई. उन्होंने बताया कि दलाल नैहना ने डिकॉय गर्भवती महिला और उसकी सहयोगी से 25 हजार में भ्रूण लिंग जांच करवाने की बात कही. बाद में दलाल ने गर्भवती महिला को विराटनगर बस स्टैंड पर बुलाया. वहां से अपनी गाड़ी में शाहपुरा ले गई और गवर्नमेंट हॉस्पिटल से गर्भवती महिला की पर्ची बनवा कर सोनोग्राफी लिखवा कर उसी अस्पताल के सामने एक प्राइवेट सोनोग्राफी सेंटर में सोनोग्राफी करवाई.
पढ़ें : भ्रूण जांच के खिलाफ गुजरात में डिकॉय ऑपरेशन कर पहले दलाल और अब डिटेन किए गए दो डॉक्टर्स गिरफ्तार
उसके बाद गर्भवती महिला और उसकी सहयोगी को भ्रूण लिंग परीक्षण के बारे में जानकारी दी. जिसके बाद डिकॉय टीम ने सोनोग्राफी सेंटर के डॉक्यूमेंट जांच किए, जो कि सही पाए गए. इस संबंध में आरोपी नैहना ने भी पूछताछ में कबूल किया कि उसने मनगढ़ंत तरीके से भ्रूण लिंग जांच की जानकारी देकर पैसे लिए. डिकॉय दल को तलाशी में आरोपी के पास से 24 हजार 500 की हूबहू नकदी बरामद की है.
आपको बता दें कि हाल ही में राज्य पीसीपीएनडीटी टीम ने 18 जुलाई को गुजरात में इंटरस्टेट डिकॉय ऑपरेशन किया था, जिसमें एक महिला दलाल शांता देवी, दो आरोपी चिकित्सक महेन्द्र कुमार और दीपक कुमार को गिरफ्तार किया गया था.