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बीजेपी-कांग्रेस के ऐसे प्रत्याशी, जो खुद के लिए नहीं डाल पाए वोट

Rajasthan Assembly Election 2023, प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर मतदान पूर्ण होने के बाद अब राजनीतिक दल गुणा-भाग में लगे हुए हैं. प्रत्याशी अपने कार्यकर्ताओं के साथ मंथन में जुटे हैं. इस दौरान एक चर्चा ये भी चली कि प्रत्याशी ने चुनाव तो लड़ा, लेकिन अपना वोट खुद को नहीं डाल पाए.

Voting in Rajasthan
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 27, 2023, 11:36 AM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 की तुलना में इस बार मतदान प्रतिशत में 0.74 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. हालांकि, निर्वाचन विभाग व्यापारिक संगठन और सामाजिक संगठनों की तमाम जद्दोजहद के बाद भी मतदान प्रतिशत में कोई भारी बढ़ोतरी देखने को नहीं मिली. वहीं, इस बार मतदाता सूची से नाम कटने की सैकड़ों शिकायतें मिलीं. जब इस संबंध में निर्वाचन विभाग से जानकारी ली तो सामने आया कि प्रदेश में तकरीबन 7 लाख 93 हजार 738 लोगों के नाम हटाए गए हैं, जिसमें हजारों नाम ऐसे भी थे जो वर्तमान में उसी क्षेत्र के वोटर हैं और अपने मत का प्रयोग करने के लिए वोटिंग आईडी कार्ड के साथ मतदान केंद्र तक भी पहुंचे थे, लेकिन उन्हें बैरंग लौटना पड़ा. इसे लेकर प्रत्याशियों ने चुनाव आयोग से बीएलओ पर कार्रवाई करने की मांग भी की है.

वहीं, जयपुर जिले की अगर बात की गई है तो यहां ईवीएम और बैलेट पेपर को शामिल करते हुए 75.91 फीसदी वोटिंग हुई, जो विधानसभा चुनाव 2018 की तुलना में 1.49 फीसदी अधिक है. लेकिन मजेदार बात ये है कि बीजेपी और कांग्रेस के कई प्रत्याशी ऐसे हैं जो यहां खुद को ही वोट नहीं दे पाए. इनमें बीजेपी के सात जबकि कांग्रेस के तीन प्रत्याशी हैं. बीजेपी के आमेर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी सतीश पूनिया, हवामहल से बालमुकुंद आचार्य और सिविल लाइन से गोपाल शर्मा ने झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में अपना वोट डाला. इसके अलावा विद्याधर नगर से प्रत्याशी दीया कुमारी ने हवामहल और आदर्श नगर से प्रत्याशी रवि नैय्यर ने मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में अपना वोट कास्ट किया, लेकिन खुद के लिए नहीं.

पढे़ं : जनता दरबार के बाद अब देव दरबार में पहुंचे 'माननीय'

इसी तरह कांग्रेस के हवामहल से प्रत्याशी आरआर तिवाड़ी ने अपना वोट किशनपोल क्षेत्र में डाला. इनके अलावा आदर्श नगर से प्रत्याशी रफीक खान ने सिविल लाइंस और मालवीय नगर से प्रत्याशी अर्चना शर्मा ने बगरू विधानसभा क्षेत्र में मतदान किया. इनके अलावा झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी अभिषेक चौधरी का वोट लोहावट विधानसभा क्षेत्र में डालना था. ऐसे में वो अपने मत का प्रयोग खुद के लिए नहीं कर पाए. वहीं, बीजेपी के सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी भजनलाल शर्मा को वोट भरतपुर में डालना था, लेकिन व्यस्तता के चलते वे अपने मत का प्रयोग नहीं कर पाए. जिसके चलते राजधानी में ये नाम चर्चा का विषय भी रहे, जो चुनावी मैदान में उतरने के बावजूद भी अपना ही वोट खुद को नहीं डाल पाए.

हालांकि, इनके अलावा किशनपोल विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस-बीजेपी के दोनों प्रत्याशी जैसे- अमीन कागजी और चंद्रमनोहर बंटवाड़ा, सिविल लाइन से प्रताप सिंह खाचरियावास, विद्याधर नगर से सीताराम अग्रवाल, झोटवाड़ा से राज्यवर्धन सिंह राठौड़, सांगानेर से पुष्पेंद्र भारद्वाज, मालवीय नगर से कालीचरण सराफ और बगरू विधानसभा क्षेत्र के दोनों प्रत्याशी कैलाश वर्मा और गंगा देवी ने अपने ही क्षेत्र में वोट कास्ट किया.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 की तुलना में इस बार मतदान प्रतिशत में 0.74 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. हालांकि, निर्वाचन विभाग व्यापारिक संगठन और सामाजिक संगठनों की तमाम जद्दोजहद के बाद भी मतदान प्रतिशत में कोई भारी बढ़ोतरी देखने को नहीं मिली. वहीं, इस बार मतदाता सूची से नाम कटने की सैकड़ों शिकायतें मिलीं. जब इस संबंध में निर्वाचन विभाग से जानकारी ली तो सामने आया कि प्रदेश में तकरीबन 7 लाख 93 हजार 738 लोगों के नाम हटाए गए हैं, जिसमें हजारों नाम ऐसे भी थे जो वर्तमान में उसी क्षेत्र के वोटर हैं और अपने मत का प्रयोग करने के लिए वोटिंग आईडी कार्ड के साथ मतदान केंद्र तक भी पहुंचे थे, लेकिन उन्हें बैरंग लौटना पड़ा. इसे लेकर प्रत्याशियों ने चुनाव आयोग से बीएलओ पर कार्रवाई करने की मांग भी की है.

वहीं, जयपुर जिले की अगर बात की गई है तो यहां ईवीएम और बैलेट पेपर को शामिल करते हुए 75.91 फीसदी वोटिंग हुई, जो विधानसभा चुनाव 2018 की तुलना में 1.49 फीसदी अधिक है. लेकिन मजेदार बात ये है कि बीजेपी और कांग्रेस के कई प्रत्याशी ऐसे हैं जो यहां खुद को ही वोट नहीं दे पाए. इनमें बीजेपी के सात जबकि कांग्रेस के तीन प्रत्याशी हैं. बीजेपी के आमेर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी सतीश पूनिया, हवामहल से बालमुकुंद आचार्य और सिविल लाइन से गोपाल शर्मा ने झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में अपना वोट डाला. इसके अलावा विद्याधर नगर से प्रत्याशी दीया कुमारी ने हवामहल और आदर्श नगर से प्रत्याशी रवि नैय्यर ने मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में अपना वोट कास्ट किया, लेकिन खुद के लिए नहीं.

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इसी तरह कांग्रेस के हवामहल से प्रत्याशी आरआर तिवाड़ी ने अपना वोट किशनपोल क्षेत्र में डाला. इनके अलावा आदर्श नगर से प्रत्याशी रफीक खान ने सिविल लाइंस और मालवीय नगर से प्रत्याशी अर्चना शर्मा ने बगरू विधानसभा क्षेत्र में मतदान किया. इनके अलावा झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी अभिषेक चौधरी का वोट लोहावट विधानसभा क्षेत्र में डालना था. ऐसे में वो अपने मत का प्रयोग खुद के लिए नहीं कर पाए. वहीं, बीजेपी के सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी भजनलाल शर्मा को वोट भरतपुर में डालना था, लेकिन व्यस्तता के चलते वे अपने मत का प्रयोग नहीं कर पाए. जिसके चलते राजधानी में ये नाम चर्चा का विषय भी रहे, जो चुनावी मैदान में उतरने के बावजूद भी अपना ही वोट खुद को नहीं डाल पाए.

हालांकि, इनके अलावा किशनपोल विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस-बीजेपी के दोनों प्रत्याशी जैसे- अमीन कागजी और चंद्रमनोहर बंटवाड़ा, सिविल लाइन से प्रताप सिंह खाचरियावास, विद्याधर नगर से सीताराम अग्रवाल, झोटवाड़ा से राज्यवर्धन सिंह राठौड़, सांगानेर से पुष्पेंद्र भारद्वाज, मालवीय नगर से कालीचरण सराफ और बगरू विधानसभा क्षेत्र के दोनों प्रत्याशी कैलाश वर्मा और गंगा देवी ने अपने ही क्षेत्र में वोट कास्ट किया.

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