जयपुर. आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए शनिवार को प्रदेश इलेक्शन कमेटी की पहली बैठक हुई. बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में टिकट के लिए जिताऊ एकमात्र फार्मूला है. भले ही वह जिताऊ कैंडिडेट पार्षद, जिला परिषद सदस्य या पंचायत समिति सदस्य ही क्यों न हो.
सीएम गहलोत ने कहा कि इस बार राजस्थान में टिकट के लिए जिताऊ के अलावा कोई क्राइटेरिया नहीं है. वो जिताऊ नेता 90 साल का भी हो सकता है. उन्होंने आज एक बार फिर यह दावा किया कि बेहतरीन योजनाओं और राजस्थान कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार रिपीट होगी. सीएम ने कहा कि राजस्थान सरकार ने जो काम किया है उसकी चर्चा राजस्थान के बाहर भी हो रही है. चुनाव कौन जीतेगा इसका फैसला जनता ही करेगी, लेकिन मुझे विश्वास है कि इस बार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में चुनाव में उतरने जा रहे हैं तो उसमें हम जरूर जीतेंगे. जनता ने भी मन बना लिया है कि इस बार सरकार रिपीट हो.
जो होगा पॉपुलर, वही योग्य उम्मीदवार : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जनता जिसे चाहती है उसकी आवाज कांग्रेस पार्टी में ब्लॉक कांग्रेस जिला कांग्रेस कमेटियों के माध्यम से हम तक पहुंच जाती है. राहुल गांधी की सोच के अनुसार अगर स्थानीय निकाय, पंचायती राज, प्रधान, प्रमुख, जिला परिषद मेंबर, पंचायत समिति मेंबर, पार्षद, मेयर, सभापति भी टिकट के लिए क्लेम कर सकते हैं. गहलोत ने कहा कि अपनी विधानसभा में जो सर्वाधिक पॉपुलर होगा, जिसकी जीतने की संभावना होगी, उसे पार्टी टिकट देगी. गहलोत ने कर्नाटक का उदाहरण देते हुए हंसते हुए कहा कि कर्नाटक में अभी 90 साल के नौजवान थे, वह भी चुनाव जीत गए.
भाजपा के पास नहीं कोई पन्ना-वन्ना प्रमुख : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी के पन्ना प्रमुख फार्मूले पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि भाजपा के लोग लफबाजी करने वाले लोग हैं. उनके पास न तो बूथ कमेटी है, न पन्ना प्रमुख और न ही इनकी कोई हैसियत. एक आरएसएस का फायदा भाजपा को मिल जाता है, बाकी भाजपा में कोई दम नहीं है.