जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की ओर से किसे टिकट दिया जाए, इसके लिए एआईसीसी कई लेयर में फीडबैक ले रही है. जहां पार्टी ने वरिष्ठ आब्जर्वर के तौर पर मधुसूदन मिस्त्री को राजस्थान के चुनाव को लेकर वरिष्ठ पर्यवेक्षक और शशिकांत सेंथिल को पर्यवेक्षक बनाया है. वहीं राजस्थान के लिए 4 वरिष्ठ नेताओं को कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया है, जो पूरे प्रदेश सीटों पर फीडबैक ले रहे हैं.
राजस्थान के लिए हरियाणा की वरिष्ठ विधायक किरण चौधरी, उत्तराखंड के हरक सिंह रावत, सांसद रंजीता रंजन और पूर्व सांसद शमशेर सिंह को काम पर लगाया गया है. ये चारों नेता प्रत्याशियों से तो बात कर रहे हैं. इसके साथ ही इन चारों नेताओं की टीम लोकसभावार हर विधानसभा सीट पर जनता के बीच जाकर चुपचाप फीडबैक भी ले रहे है. इसमें कौनसा नेता जनता से जुड़ाव रखता है, किसे टिकट दिया जाए कि वह चुनाव में जीत दर्ज करे. हरियाणा की वरिष्ठ विधायक किरण चौधरी ने साफ कहा कि उनका काम फीडबैक देने का है. वह हर विधानसभा सीट पर अपनी टीम के जरिए चुपचाप फीडबैक लेने का काम भी कर रही हैं. टिकट किसे मिलेगा, किस नहीं यह यो एआईसीसी ही तय करेगा.
पढ़ें: Rajasthan Assembly Election 2023: कांग्रेस टिकट दावेदारों के समर्थकों में चले लात-घूंसे
राजीव अरोड़ा ने की अर्चना शर्मा की शिकायत: राजस्थान में कई स्थानों पर यह देखा गया कि टिकट की मांग को लेकर कई प्रत्याशियों के समर्थक आपस में झगड़ रहे हैं. वहीं दूसरी ओर नेता एक-दूसरे की शिकायत के वीडियो भी सबूत के तौर पर पर्यवेक्षकों के सामने दिखाए जा रहे हैं. मालवीय नगर से टिकट मांग रहे राजसीको के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने मालवीय नगर से ही टिकट की दावेदार समाज कल्याण बोर्ड अध्यक्ष अर्चना शर्मा की शिकायत किरण चौधरी से की.
उन्होंने अर्चना शर्मा के वीडियो भी पर्यवेक्षक किरण चौधरी को दिखाए. हालांकि वीडियो में क्या था, यह साफ तो नहीं हुआ. कहा जा रहा है कि राजीव अरोड़ा ने जो वीडियो दिखाए, उनमें मुख्यमंत्री को लेकर अर्चना शर्मा की कुछ विवादित टिप्पणियां शामिल हैं. साथ ही अन्य विवादित बयान थे. राजीव अरोड़ा ने वहां मौजूद लोगों के सामने यहां तक कह दिया कि यदि मुख्यमंत्री पर अनर्गल टिप्पणी करने वाले और मंच से पार्टी के विरोध में बात करने वाले नेताओं को भी पार्टी टिकट देगी, तो फिर कांग्रेस कार्यकर्ता कैसे चुनाव में पार्टी के साथ लगेगा.