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Rajasthan Assembly Election 2023 : 11.8 लाख मतदाता के लिए 'वोट फ्रॉम होम' की सुविधा, क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले कैंडिडेट को लेकर पार्टी को देना होगा जवाब

Vote From Home in Rajasthan, राजस्थान में इस बार निर्वाचन आयोग की ओर से 'वोट फ्रॉम होम' की सुविधा दी जा रही है. रविवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि प्रदेश में इस बार 21.9 लाख युवा पहली बार वोट देंगे. वहीं, इस बार क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले कैंडिडेट उतारने वाली पार्टी को स्पष्टीकरण देना होगा.

Rajasthan Assembly Election 2023
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 1, 2023, 3:30 PM IST

Updated : Oct 1, 2023, 5:44 PM IST

जयपुर. आम चुनाव में युवाओं से लेकर बुजुर्ग तक हर एक वोटर की भूमिका अहम होती है. इस साल दिसंबर में प्रस्तावित राजस्थान विधानसभा चुनाव में ऐसे ही 21.9 लाख युवा वोटर सरकार चुनने के लिए पहली बार अपने मत का प्रयोग करेंगे और प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. राजस्थान में 18 हजार से अधिर वोटर ऐसे हैं, जो उम्र के 100 बसंत देख चुके हैं. ऐसे बुजुर्ग और दिव्यांगों के मतदान के लिए निर्वाचन विभाग ने घर से वोट डालने की व्यवस्था की है. वहीं, इस बार क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले कैंडिडेट को चुनावी मैदान में उतारने पर राजनीतिक दलों को जवाब देना होगा कि आखिर ऐसे व्यक्ति को टिकट क्यों दिया गया?

1.41 लाख मतदाता सर्विस इलेक्टर्स : रविवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने पत्रकार वार्ता करते हुए कई सवालों से पर्दा उठाया. उन्होंने बताया कि इस बार प्रदेश में कुल 5.25 करोड़ मतदाता हैं. इनमें से 2.51 करोड़ महिला और 2.73 करोड़ पुरुष मतदाता हैं. इनके अलावा 5.61 लाख दिव्यांग और 604 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं. कुल मतदाताओं में 11.8 लाख ऐसे हैं जो 80 से ज्यादा उम्र के हैं. इनमें भी 18,462 मतदाता 100 साल से ज्यादा के हैं. वहीं 21.9 लाख मतदाता ऐसे हैं, जो पहली बार सरकार चुनने के लिए अपने मत का प्रयोग करेंगे, जबकि 1.41 लाख मतदाता सर्विस इलेक्टर्स हैं, जो पोस्टल बैलट से वोट डालेंगे.

पढ़ें. Rajasthan : भारत निर्वाचन आयोग का नवाचार, प्रदेश में पहली बार विधानसभा चुनाव में होम वोटिंग की सुविधा मिलेगी

साझा की जाएगी क्रिमिनल केस की जानकारी : आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि इस बार बुजुर्ग और दिव्यांग घर से वोट डाल सकेंगे. चुनावी नोटिफिकेशन जारी होने के बाद 5 दिन के अंदर ऐसे मतदाता जो वोट फ्रॉम होम की सुविधा पाना चाहते हैं, उन्हें फॉर्म भरना होगा, ताकि चुनाव आयोग उनके लिए घर पर ही वोट डालने की व्यवस्था कर सके. वहीं, प्रदेश में पहली बार राजनीति में अपराधियों की एंट्री पर शिकंजा कसने के लिए पहल की गई है. किसी भी राजनीतिक दल की ओर से क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले उम्मीदवार को टिकट देने पर उन्हें न्यूजपेपर में स्पष्टीकरण देना होगा. यही नहीं उस कैंडिडेट के खिलाफ क्रिमिनल केस की जानकारी स्थानीय वोटर्स के साथ मोबाइल पर भी साझा की जाएगी.

पढ़ें अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में बज सकती चुनावी रणभेरी, निर्वाचन आयोग आज से 3 दिवसीय राजस्थान दौरे पर

1600 महिला पोलिंग ऑफिसर : विधानसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग का फोकस युवाओं पर ज्यादा है. इस बार 18 से 19 साल के 21.9 लाख युवा फर्स्ट टाइम वोटर होंगे. 1600 बूथ ऐसे होंगे, जहां यूथ पोलिंग ऑफिसर तैनात किए जाएंगे. युवाओं के साथ-साथ महिलाओं की अगर बात करें तो कुल 2.51 करोड़ महिलाएं सरकार चुनने में अपनी भूमिका अदा करेंगी. इनमें 29 हजार 643 महिला वोटर नवविवाहिताएं हैं. इसके अलावा 1600 महिला पोलिंग ऑफिसर भी लगाई गई हैं.

पढ़ें ECI issues advisory : आपत्तिजनक बयानों को लेकर चुनाव आयोग ने जारी की एडवाइजरी, संयम बरतने की सलाह

प्रदेश में पोलिंग स्टेशन : प्रदेश में इस बार कुल 51 हजार 756 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे. इनमें से 10 हजार 415 शहरी क्षेत्र में, जबकि 41 हजार 341 ग्रामीण क्षेत्र में पोलिंग स्टेशन होंगे. प्रदेश भर में 1600 आदर्श पोलिंग स्टेशन होंगे. प्रत्येक पोलिंग स्टेशन पर लगभग 1002 एवरेज वोटर होंगे. निर्वाचन आयोग ने सभी पोलिंग बूथ पर टॉयलेट, पीने का पानी, पोल वालंटियर, लाइट, साइनेज, रैंप, व्हीलचेयर, हेल्प डेस्क और वोटर फैसिलिटेशन सेंटर बनाने के लिए निर्देश दिए हैं. हालांकि, राजस्थान में विधानसभा चुनाव कब होंगे, आचार संहिता कब लगेगी, ये अभी भी स्पष्ट नहीं हो पाया है.

जयपुर. आम चुनाव में युवाओं से लेकर बुजुर्ग तक हर एक वोटर की भूमिका अहम होती है. इस साल दिसंबर में प्रस्तावित राजस्थान विधानसभा चुनाव में ऐसे ही 21.9 लाख युवा वोटर सरकार चुनने के लिए पहली बार अपने मत का प्रयोग करेंगे और प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. राजस्थान में 18 हजार से अधिर वोटर ऐसे हैं, जो उम्र के 100 बसंत देख चुके हैं. ऐसे बुजुर्ग और दिव्यांगों के मतदान के लिए निर्वाचन विभाग ने घर से वोट डालने की व्यवस्था की है. वहीं, इस बार क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले कैंडिडेट को चुनावी मैदान में उतारने पर राजनीतिक दलों को जवाब देना होगा कि आखिर ऐसे व्यक्ति को टिकट क्यों दिया गया?

1.41 लाख मतदाता सर्विस इलेक्टर्स : रविवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने पत्रकार वार्ता करते हुए कई सवालों से पर्दा उठाया. उन्होंने बताया कि इस बार प्रदेश में कुल 5.25 करोड़ मतदाता हैं. इनमें से 2.51 करोड़ महिला और 2.73 करोड़ पुरुष मतदाता हैं. इनके अलावा 5.61 लाख दिव्यांग और 604 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं. कुल मतदाताओं में 11.8 लाख ऐसे हैं जो 80 से ज्यादा उम्र के हैं. इनमें भी 18,462 मतदाता 100 साल से ज्यादा के हैं. वहीं 21.9 लाख मतदाता ऐसे हैं, जो पहली बार सरकार चुनने के लिए अपने मत का प्रयोग करेंगे, जबकि 1.41 लाख मतदाता सर्विस इलेक्टर्स हैं, जो पोस्टल बैलट से वोट डालेंगे.

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साझा की जाएगी क्रिमिनल केस की जानकारी : आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि इस बार बुजुर्ग और दिव्यांग घर से वोट डाल सकेंगे. चुनावी नोटिफिकेशन जारी होने के बाद 5 दिन के अंदर ऐसे मतदाता जो वोट फ्रॉम होम की सुविधा पाना चाहते हैं, उन्हें फॉर्म भरना होगा, ताकि चुनाव आयोग उनके लिए घर पर ही वोट डालने की व्यवस्था कर सके. वहीं, प्रदेश में पहली बार राजनीति में अपराधियों की एंट्री पर शिकंजा कसने के लिए पहल की गई है. किसी भी राजनीतिक दल की ओर से क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले उम्मीदवार को टिकट देने पर उन्हें न्यूजपेपर में स्पष्टीकरण देना होगा. यही नहीं उस कैंडिडेट के खिलाफ क्रिमिनल केस की जानकारी स्थानीय वोटर्स के साथ मोबाइल पर भी साझा की जाएगी.

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1600 महिला पोलिंग ऑफिसर : विधानसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग का फोकस युवाओं पर ज्यादा है. इस बार 18 से 19 साल के 21.9 लाख युवा फर्स्ट टाइम वोटर होंगे. 1600 बूथ ऐसे होंगे, जहां यूथ पोलिंग ऑफिसर तैनात किए जाएंगे. युवाओं के साथ-साथ महिलाओं की अगर बात करें तो कुल 2.51 करोड़ महिलाएं सरकार चुनने में अपनी भूमिका अदा करेंगी. इनमें 29 हजार 643 महिला वोटर नवविवाहिताएं हैं. इसके अलावा 1600 महिला पोलिंग ऑफिसर भी लगाई गई हैं.

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प्रदेश में पोलिंग स्टेशन : प्रदेश में इस बार कुल 51 हजार 756 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे. इनमें से 10 हजार 415 शहरी क्षेत्र में, जबकि 41 हजार 341 ग्रामीण क्षेत्र में पोलिंग स्टेशन होंगे. प्रदेश भर में 1600 आदर्श पोलिंग स्टेशन होंगे. प्रत्येक पोलिंग स्टेशन पर लगभग 1002 एवरेज वोटर होंगे. निर्वाचन आयोग ने सभी पोलिंग बूथ पर टॉयलेट, पीने का पानी, पोल वालंटियर, लाइट, साइनेज, रैंप, व्हीलचेयर, हेल्प डेस्क और वोटर फैसिलिटेशन सेंटर बनाने के लिए निर्देश दिए हैं. हालांकि, राजस्थान में विधानसभा चुनाव कब होंगे, आचार संहिता कब लगेगी, ये अभी भी स्पष्ट नहीं हो पाया है.

Last Updated : Oct 1, 2023, 5:44 PM IST
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