जयपुर. राजस्थान के रण के लिए बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों की तीसरी सूची जारी कर दी है. इस सूची में पार्टी ने बैलेंस बनाने की पूरी कोशिश की है कि किसी तरह की कोई बगावत नहीं हो. बीजेपी की तीसरी लिस्ट में दूसरे दलों से बीजेपी में शामिल हुए नेताओं को भी तवज्जो दी गई है. वहीं पिछले चुनाव में पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने वालों को भी फिर से पार्टी ने मौका दिया है.
गुरूवार को जारी तीसरी लिस्ट को अगर देखें तो पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबियों को टिकट दिया गया है. बीजेपी की इस लिस्ट में यूनुस खान , कैलाश मेघवाल जैसे 10 नेताओं को टिकट नहीं दिया गया है. पार्टी ने 58 प्रत्याशियों की इस सूची में 7 महिला उम्मदिवारों को भी मौका दिया है .
कांग्रेस से भाजपा में आए नेताओं को मिला टिकट: बीजेपी की तीसरी सूची में सबसे खास बात ये है कि एक दिन पहले कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए नेताओं को टिकट दिया गया है, जिसमें करौली से दर्शन सिंह गुर्जर और खंडेला से सुभाष मील को बीजेपी ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है. ये दोनों नेता बुधवार को कांग्रेस का साथ छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे. कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए नंदलाल पूनिया की पुत्रवधु सुमित्रा पूनिया को सादुलपुर से कैंडिडेट बनाया गया है .वहीं RLP से भाजपा में शामिल हुए रेवंतराम डांगा को खींवसर से हनुमान बेनीवाल के सामने मैदान में उतारा है. आरएलपी से भाजपा में आए उदयलाल डांगी को वल्लभनगर से टिकट दिया है.
7 महिलाओं को मिला टिकट: बीजेपी ने अपनी तीसरी सूची में 58 प्रत्याशियों में से 7 महिलाओं पर भी भरोसा जताया है. लिस्ट में कोलायत से पूनम कुमार भाटी, सादुलपुर से सुमित्रा पूनिया ,कामां से नौक्षम चौधरी, भोपालगढ़ से कंसा मेघवाल, केशवराय पाटन से चंद्रकांता मेघवाल, लाडपुरा से कल्पना देवी और बारां-अटरू से सारिका चौहान को प्रत्याशी घोषित किया है.
अल्पसंख्यक को नजरअंदाज: बीजेपी के तीसरी सूची में किसी भी अल्पसंख्यक समाज को टिकट नहीं दिया गया है. अब तक बीजेपी ने 182 नाम घोषित कर दिए हैं. इन सभी सीटों पर अब तक कोई भी अल्पसंख्यक उम्मीदवार नहीं उतरा गया है. बता दें कि इससे पहले 2018 के चुनाव में भी बीजेपी ने सिर्फ टोंक से यूनुस खान को उम्मीदवार घोषित किया था.
वसुंधरा गुट के इन नेताओं के टिकट कटे: तीसरी सूची में वसुंधरा राजे के समर्थकों को नजरअंदाज किया गया है. करीब एक दर्जन राजे समर्थकों नेताओं का टिकट काट दिया है . रामसिंह कस्वा , कैलाश मेघवाल , यूनूस खान , बाबूलाल वर्मा , कैलाशराम मेघवाल , सुरेन्द्र पारीक , बंशीधर बाजिया , कृष्णेन्द्र कौर दीपा , शंभू सिंह खेतासर, ओमेन्द्र सिंह हाड़ा सहित कुछ ऐसे नाम जिन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया है. हालांकि गुरवीर बराड़ , सुरेन्द्रपाल टीटी , विश्वनाथ मेघवाल , पूनम कंवर भाटी , जसवंत यादव , मानसिंह गुर्जर , अजीत सिंह मेहता , अजय सिंह किलक , गजेन्द्र खींवसर , कमसा मेघवाल , अतुल भंसाली , छोटूसिंह भाटी , पूराराम चौधरी को टिकट दिलाने में राजे कामयाब रही.
बीजेपी की तीसरी लिस्ट में परिवारवाद: बीजेपी की तीसरी लिस्ट में परिवारवाद की झलक भी दिखाई दी. रामगढ़ से ज्ञानदेव आहूजा के भतीजे जय को पार्टी ने अपना कैंडिडेट बनाया है. कोलायत से देवीसिंह भाटी की पुत्रवधु पूनम कंवर भाटी , सादुलशहर से गुरजंत सिंह के पोते गुरवीर सिंह बराड़, सादुलपुर से नंदलाल पूनिया की पुत्रवधु सुमित्रा पूनिया , महवा से सांसद किरोडी लाल मीणा के भतीजे राजेंद्र मीणा को टिकट गया है.
बागियों को टिकट: बीजेपी ने अपनी तीसरी सूची में तीन बागियों को पर भरोसा जताते हुए कुलदीप धनखड़ , रमेश खींची,धनसिंह रावत, सुखराम कोली को टिकट दिया है .