जयपुर। राजस्थान विधानसभा में आज बुधवार को भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं की मांगों को लेकर मंगलवार से धरने पर बैठे राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के मुद्दे उठाया. इस मांग पर उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी हाथ जोड़ते हुए सरकार से पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं की मांग पूरी करने की अपील की. इस दौरान राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि पुलवामा में देश के लिए जिन्होंने शहादत दी उनकी वीरांगनाए 48 घंटे से धरने पर बैठी हैं.सरकार की ओर से मंत्री ने उनसे वार्ता की लेकिन वह बेनतीजा रही. वजह यह रही कि जो वादा मंत्री ने अंत्येष्टि स्थल पर जाकर किया था वह पूरा नहीं किया जा रहा है.
शहीदों की वीरांगनाओं के साथ सह्रदयता रखे सरकारः राठौर ने कहा कि अब तक विद्यालय के भवन पर शहीदों का नामकरण नहीं किया गया है. यहां तक कि सरकार ने जो पैकेज की घोषणा की थी उस पर भी सरकार अमल नहीं कर रही है. इससे बड़ा दुर्भाग्य नहीं हो सकता. राठौड़ ने कहा कि कल वार्ता किस हालात में टूटी, वो कुछ भी हो लेकिन पूरा सदन चाहता है कि भले ही सरकार घोषित किए हुए पैकेज से ऊपर 1 रुपया भी इन शहीद परिवारों को नहीं दे, लेकिन जो सरकार ने घोषणा की है वह अवश्य पूरी करे. हम हाथ जोड़कर अपील करते है कि इन शहीदों की वीरांगनाओं के साथ सह्रदयता रखे. इस पर किरोड़ी लाल मीणा और शहीदों की वीरांगनाओं से मंगलवार को वार्ता करने वाले मंत्री राजेंद्र यादव ने कहा कि शहीद वीरांगनाओं की जो मांगी थी वह लगभग मानी जा चुकी है. केवल एक मांग शहीद वीरांगना के देवर की नौकरी को लेकर थी जो अभी पेंडिंग है.
11 शहीदों की वीरांगनाओं एक भी पैसा नहीं मिलाः राजेंद्र यादव ने आगे स्पष्ट किया कि एक मांग के अलावा सरकार इनकी सारी मांगे मानने को तैयार है. इस पर उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जब आप मांगे पूरी ही नहीं कर सकते तो फिर शहीदों की चिताओं पर जाकर आप पैकेज की घोषणा क्यों करते हैं. जिस समय शहीदों की अंत्येष्टि में मंत्री जाते हैं, उस समय सड़क और स्कूल का नामकरण शहीदों के नाम से करने की घोषणा करते हैं. हालात यह है कि 11 ऐसे शहीद हैं जिनकी वीरांगनाओं को सरकार ने अब तक एक पैसा भी नहीं दिया, यह शर्म की बात है. इस पर सभापति के तौर पर बैठे जेपी चंदेलिया ने कहां की यह बात सरकार के संज्ञान में आ चुकी है और सरकार अपने स्तर पर इसका निर्णय लेगी.