जयपुर. प्रदेश की राजधानी जयपुर में कांग्रेस सह प्रभारी अमृता धवन और काजी निजामुद्दीन विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर करके फीडबैक तेते दिखे. दोपहर करीब 12 बजे तक सह प्रभारी काजी निजामुद्दीन कांग्रेस के विधायकों और नेताओं से फीडबैक लेते दिखे, तो वहीं शाम को मोर्चा अमृता धवन ने मोर्चा संभाला. जयपुर के सभी मंत्री विधायकों और प्रमुख नेताओं के साथ ही कार्यकर्ताओं की बैठक ली.
इस दौरान अमृता धवन ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को स्पष्ट कहा कि सरकार, मंत्री और विधायकों को जो करना था वो कर चुके हैं अब कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बारी है. कार्यकर्ता मांगने की जगह अब सरकार दोबारा कैसे बने इसके लिए काम करें. इस दौरान अमृता धवन ने पार्टी कार्यकर्ताओं को राहत इंदौरी के शेर को अपने शब्दों में सुनाया. जिसके बाद हर कोई सोचने लगा कि क्या ये बात उन्होंने भाजपा के लिए कही है या फिर अपनी ही पार्टी के नेताओं के लिए. उन्होंने कहा कि "अभी तो सिर्फ परिंदे शुमार करना है, हम सब जानते हैं कि किसका शिकार करना है, बड़ा गुरूर है तुझको ए सिरफिरे दरिया, मुझे भी जिद है कि दरिया को पार करना है"
काजी ने दिया बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों की मांग पर कहा हर विधायक चाहता है पहले मिले टिकट लेकिन कांग्रेस में टिकट मिलेगा प्रक्रिया से ही : उधर आज मुंबई जाने से पहले सह प्रभारी काजी निजामुद्दीन बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों संदीप यादव, वाजिब अली और लाखन मीणा ने भी मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान उन्होंने काजी निजामुद्दीन से बसपा से कांग्रेस में आकर सरकार बचाने की एवज में पहले टिकट दिए जाने की मांग रखी. हालांकि काजी निजामुद्दीन ने साफ कहा कि हर कोई विधायक का प्रत्याशी यही चाहता है कि उसे टिकट का एश्योरेंस मिल जाए लेकिन टिकट मिलने की कांग्रेस में एक प्रक्रिया होती है और उसी प्रक्रिया से टिकट दिया जाएगा.
डोटासरा से मिले मंत्री लालचंद कटारिया, रामलाल जाट और पॉलिटिकल नियुक्ति पाए संदीप चौधरी : जहां दिन भर सह प्रभारी कांग्रेस के नेताओं से फीडबैक लेते दिखे तो वहीं रात को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के घर से एक ऐसी तस्वीर दिखाई दी. जिसमें साफ़ दिख रहा था कि कांग्रेस के किसान नेता एक साथ बैठकर चर्चा कर रहे हैं. हालांकि इन नेताओं के बीच क्या चर्चा हुई स्पष्ट नहीं है परंतु चारों नेता राजस्थान की राजनीति को लेकर ही चर्चा कर रहे थे.