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राजस्थान दिवस की पूर्व संध्या पर आमेर महल में कथक नृत्य

राजस्थान दिवस के अवसर पर आमेर महल में कथक नृत्य का आयोजन किया गया. राजस्थान दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कथक नृत्य का देशी-विदेशी सैलानियों ने जमकर लुत्फ उठाया.

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Published : Mar 29, 2019, 11:48 PM IST

कथक नृत्य करती कलाकार

जयपुर. राजस्थान दिवस के अवसर पर पर्यटन और पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की ओर से कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी क्रम में आज आमेर महल में कथक नृत्य का आयोजन किया गया. आमेर महल के दीवान-ए-आम में जयपुर कथक केंद्र की ओर से कथक नृत्य का आयोजन हुआ. जयपुर घराने के कथक कलाकारों ने कथक नृत्य की प्रस्तुतियां दी. जयपुर कथक केंद्र के कथक नृत्य कलाकार राजकुमार जबड़ा के निर्देशन में कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी. कथक नृत्य कार्यक्रम में बड़ी संख्या में देशी-विदेशी सैलानियों ने आनंद लिया.

आमेर महल कथक कलाकारों ने नृत्य की प्रस्तुति दी

इस अवसर पर आमेर महल में सैलानियों का प्रवेश भी निशुल्क रखा गया. कथक नृत्य की शानदार प्रस्तुतियों ने देशी-विदेशी सैलानियों को भी मंत्रमुग्ध कर दिया. कलाकारों की कथक नृत्य की प्रस्तुतियों को सैलानियों ने अपने कैमरे में कैद किया. इस मौके पर पंडित गिरधारी महाराज और डॉ. शशि सांखला की टीम ने कथक नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां पेश की. कल राजस्थान दिवस के अवसर पर आमेर महल में कालबेलिया नृत्य, कच्छी घोड़ी नृत्य की प्रस्तुतियां होंगी. इस अवसर पर महल में पर्यटकों का स्वागत किया जाएगा और कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे. 30 मार्च को राजस्थान दिवस पर पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की ओर से प्रदेशभर के सभी स्मारकों और संग्रहालय पर पर्यटकों के लिए निशुल्क प्रवेश रहेगा.

जयपुर. राजस्थान दिवस के अवसर पर पर्यटन और पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की ओर से कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी क्रम में आज आमेर महल में कथक नृत्य का आयोजन किया गया. आमेर महल के दीवान-ए-आम में जयपुर कथक केंद्र की ओर से कथक नृत्य का आयोजन हुआ. जयपुर घराने के कथक कलाकारों ने कथक नृत्य की प्रस्तुतियां दी. जयपुर कथक केंद्र के कथक नृत्य कलाकार राजकुमार जबड़ा के निर्देशन में कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी. कथक नृत्य कार्यक्रम में बड़ी संख्या में देशी-विदेशी सैलानियों ने आनंद लिया.

आमेर महल कथक कलाकारों ने नृत्य की प्रस्तुति दी

इस अवसर पर आमेर महल में सैलानियों का प्रवेश भी निशुल्क रखा गया. कथक नृत्य की शानदार प्रस्तुतियों ने देशी-विदेशी सैलानियों को भी मंत्रमुग्ध कर दिया. कलाकारों की कथक नृत्य की प्रस्तुतियों को सैलानियों ने अपने कैमरे में कैद किया. इस मौके पर पंडित गिरधारी महाराज और डॉ. शशि सांखला की टीम ने कथक नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां पेश की. कल राजस्थान दिवस के अवसर पर आमेर महल में कालबेलिया नृत्य, कच्छी घोड़ी नृत्य की प्रस्तुतियां होंगी. इस अवसर पर महल में पर्यटकों का स्वागत किया जाएगा और कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे. 30 मार्च को राजस्थान दिवस पर पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की ओर से प्रदेशभर के सभी स्मारकों और संग्रहालय पर पर्यटकों के लिए निशुल्क प्रवेश रहेगा.

Intro:जयपुर
एंकर- राजस्थान दिवस के अवसर पर पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग और पर्यटन विभाग की ओर से कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। 30 मार्च को राजस्थान दिवस पर पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की ओर से प्रदेशभर के सभी स्मारकों और संग्रहालय पर पर्यटकों के लिए निशुल्क प्रवेश रहेगा।


Body:राजस्थान दिवस के अवसर पर पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग और पर्यटन विभाग की ओर से कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। 30 मार्च को राजस्थान दिवस पर पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की ओर से प्रदेशभर के सभी स्मारकों और संग्रहालय पर पर्यटकों के लिए निशुल्क प्रवेश रहेगा।
राजस्थान दिवस पर पुरातत्व विभाग की ओर से प्रदेशभर के सभी स्मारकों पर देसी विदेशी सैलानियों का स्वागत किया जाएगा। सैलानियों को माला पहनाकर और तिलक लगाकर स्वागत किया जाएगा। राजस्थान दिवस के अवसर पर 3 दिन तक सभी स्मारकों पर रोशनी की जा रही है। जिससे शहर की सुंदरता के साथ स्मारकों की सुंदरता बढ़ रही है। साथ ही राजस्थान दिवस के उपलक्ष्य पर पर्यटन विभाग की ओर से स्मारकों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। जिससे पर्यटक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठा सकें। जयपुर के अल्बर्ट हॉल, जंतर मंतर, हवा महल और आमेर महल में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। राजस्थान दिवस के अवसर पर कल आमेर महल में सुबह से ही कई कार्यक्रम आयोजित होंगे। महल में पर्यटकों के तिलक लगाकर और माला पहनाकर स्वागत किया जाएगा। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। जिसमें कालबेलिया नृत्य, कच्छी घोड़ी नृत्य की भी प्रस्तुतियां होंगी।

बाईट- मेघराज सिंह रत्नू, निदेशक, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग




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