जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनावी साल में शुक्रवार को विधानसभा में अपना मास्टर स्ट्रोक खेला. उन्होंने प्रदेश में 19 नए जिले और 3 नए संभाग बनाने की घोषणा की. इसके साथ ही रक्षाबंधन से महिलाओं को प्रथम चरण में 40 लाख स्मार्ट फोन देने, कर्मचारियों को पेंशन लाभ, मदरसा पैरा टीचर्स की भर्ती, शहर और गांव में महिलाओं के लिए सार्वजनिक सुविधा केंद्र जैसी बड़ी घोषणाएं की. जिसके बाद प्रदेश के युवाओं में खुशी की लहर है. शनिवार को एनएसयूआई के छात्रों ने राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर आतिशबाजी करते हुए, ढोल बजाकर खुशी का इजहार किया.
राजस्थान विश्वविद्यालय मुख्य द्वार पर मना जश्नः गहलोत की घोषणाओं से खुश होकर कार्यकर्ताओं ने सीएम अशोक गहलोत के जिंदाबाद के नारे लगाए और ढोल की ताल पर थिरकते हुए आतिशबाजी की. ये नजारा राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर देखने को मिला. सीएम अशोक गहलोत की ओर से शुक्रवार को विधानसभा में वित्त विधेयक पर हुई बहस का जवाब देते हुए कई चौंकाने वाली घोषणाएं की. करीब 15 साल बाद नए जिलों की घोषणा की गई. वो भी एक-दो नहीं बल्कि 19 जिले बनाए गए. इसके बाद अब प्रदेश में 50 जिले हो गए हैं. इसके साथ ही तीन नए संभाग बनाए गए हैं. जिससे अब 10 संभाग हो गए हैं. वहीं बेरोजगारों के लिए भी रोजगार के नए द्वार खोलने और महिला सुरक्षा को देखते हुए विभिन्न घोषणा की गईं.
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रिपीट होगी गहलोत सरकारः NSUI इकाई अध्यक्ष अमरदीप परिहार ने बताया कि जिस तरह प्रदेश में जननायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि 'तुम मांगते मांगते थक जाओगे, मैं देते- देते नहीं थकूंगा'. उस बात को सार्थक करते हुए उन्होंने 3 संभाग और 19 जिलों की घोषणा की है. साथ ही मदरसा पैराटीचर के 6000 से ज्यादा पदों पर भर्ती करने, महाकाल उज्जैन की तर्ज पर जयपुर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर में 100 करोड़ रुपए के विकास कार्य कराए जाने की घोषणा भी की. साथ ही चुनाव से पहले-पहले विभिन्न भर्ती परीक्षाएं कराते हुए नियुक्तियां देने की भी जिम्मेदारी ली है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से सीएम अशोक गहलोत ने युवाओं, महिलाओं के साथ-साथ हर वर्ग को कुछ न कुछ दिया है, उससे ये तय है कि गहलोत सरकार रिपीट होगी.