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रीट पेपर लीक में मनी लॉन्ड्रिंग : आरोपी रामकृपाल मीणा को भेजा जेल, 62 आरोपियों के खिलाफ जांच लंबित - राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा

रीट पेपर आउट में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को इस मामले में गिरफ्तार (REET Paper Leak Case) रामकृपाल मीणा को कोर्ट में पेश किया. जहां से उसे 12 जुलाई तक न्यायिक हिरासत (जेल) भेज दिया गया.

REET Paper Leak Case
आरोपी रामकृपाल मीणा को भेजा जेल
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Published : Jun 27, 2023, 5:32 PM IST

जयपुर. राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट)-2021 पेपर लीक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में पकड़े गए निजी कॉलेज संचालक रामकृपाल मीणा को आज रिमांड अवधि पूरी होने पर कोर्ट में पेश किया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया है. ईडी के सूत्रों के अनुसार, इस मामले में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से जुड़े तत्कालीन अधिकारियों के साथ ही रीट के आयोजन से जुड़े अन्य लोगों और पेपर की खरीद-फरोख्त में शामिल 62 लोगों के खिलाफ ईडी का अनुसंधान लंबित है.

ऐसे में बताया जा रहा है कि रामकृपाल मीणा से पूछताछ में जिन लोगों का नाम आया है. उन पर अब ईडी अपना शिकंजा कस सकती है. दरअसल, ईडी ने रीट पेपर लीक मामले में आरोपी रामकृपाल मीणा को 21 जून को गिरफ्तार किया था. इसके बाद उसे कोर्ट ने 27 जून तक पूछताछ के लिए ईडी को रिमांड पर सौंपा था. उसकी रिमांड अवधि आज खत्म होने पर दुबारा कोर्ट में पेश किया गया. जहां से उसे 12 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.

पढ़ें : REET Paper Leak Case : मास्टर माइंड रामकृपाल को ED ने दबोचा, कई बड़े नाम आ सकते हैं जद में

24 सितंबर को शिक्षा संकुल से हासिल किया था पेपर : बता दें कि राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा-2021 (रीट) का आयोजन 26 सितंबर 2021 को राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से किया गया था. इस परीक्षा का पेपर रामकृपाल मीणा ने शिक्षा संकुल स्थित स्ट्रांग रूम से अन्य लोगों से मिलीभगत कर हासिल किया था. इसके बाद उसने आगे पेपर देकर करोड़ों रुपए बटोरे थे. 26 सितंबर को परीक्षा के बाद से ही पेपर आउट होने के आरोप लगे. पहले इस मामले की जांच राजस्थान पुलिस ने की और बाद में यह मामला एसओजी को सौंपा गया. एसओजी ने 27 जनवरी 2022 को रामकृपाल मीना को गिरफ्तार कर लिया था.

शिक्षण संस्थान चलाता था रामकृपाल : रामकृपाल मीणा की गिरफ्तारी के बाद उसके कब्जे से एसओजी ने 1.07 करोड़ रुपए नकद जब्त किए थे. जबकि कई संदिग्ध खातों में जमा करीब 17 लाख रुपए की राशि फ्रीज करवाई थी. बता दें कि रामकृपाल मीणा एसएस कॉलेज के नाम से एक शिक्षण संस्थान चलाता था. रीट पेपर लीक मामले में उसकी गिरफ्तारी के बाद सामने आया कि उसके कॉलेज का भवन सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाया गया है. इस पर उसकी कॉलेज के चार मंजिला भवन पर भी बुलडोजर चलाकर जमींदोज किया गया था.

को-ऑर्डिनेटर पाराशर और डीईओ की मौजूदगी में स्ट्रांग रूम से लिया था पर्चा : रीट-2021 के लिए जयपुर जिले का को-ऑर्डिनेटर प्रदीप पाराशर को बनाया गया था. एसओजी की जांच में सामने आया था कि 24 सितंबर 2021 को शिक्षा संकुल स्थित स्ट्रांग रूम से जयपुर की सब ट्रेजरी में पेपर भेजते समय पर्चा निकाला गया. इस स्ट्रांग रूम में दो लॉक लगे थे. एक की चाबी डिप्टी को-ऑर्डिनेटर बीएस बैरवा और दूसरी चाबी डीईओ रविंद्र फौजदार के पास थी. को-ऑर्डिनेटर प्रदीप पाराशर ने दोनों चाबियों से ताले खुलवाकर बीएस बैरवा को किसी बहाने वहां से भेज दिया. इसी दौरान रामकृपाल ने पर्चा निकाल लिया.

जयपुर. राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट)-2021 पेपर लीक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में पकड़े गए निजी कॉलेज संचालक रामकृपाल मीणा को आज रिमांड अवधि पूरी होने पर कोर्ट में पेश किया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया है. ईडी के सूत्रों के अनुसार, इस मामले में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से जुड़े तत्कालीन अधिकारियों के साथ ही रीट के आयोजन से जुड़े अन्य लोगों और पेपर की खरीद-फरोख्त में शामिल 62 लोगों के खिलाफ ईडी का अनुसंधान लंबित है.

ऐसे में बताया जा रहा है कि रामकृपाल मीणा से पूछताछ में जिन लोगों का नाम आया है. उन पर अब ईडी अपना शिकंजा कस सकती है. दरअसल, ईडी ने रीट पेपर लीक मामले में आरोपी रामकृपाल मीणा को 21 जून को गिरफ्तार किया था. इसके बाद उसे कोर्ट ने 27 जून तक पूछताछ के लिए ईडी को रिमांड पर सौंपा था. उसकी रिमांड अवधि आज खत्म होने पर दुबारा कोर्ट में पेश किया गया. जहां से उसे 12 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.

पढ़ें : REET Paper Leak Case : मास्टर माइंड रामकृपाल को ED ने दबोचा, कई बड़े नाम आ सकते हैं जद में

24 सितंबर को शिक्षा संकुल से हासिल किया था पेपर : बता दें कि राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा-2021 (रीट) का आयोजन 26 सितंबर 2021 को राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से किया गया था. इस परीक्षा का पेपर रामकृपाल मीणा ने शिक्षा संकुल स्थित स्ट्रांग रूम से अन्य लोगों से मिलीभगत कर हासिल किया था. इसके बाद उसने आगे पेपर देकर करोड़ों रुपए बटोरे थे. 26 सितंबर को परीक्षा के बाद से ही पेपर आउट होने के आरोप लगे. पहले इस मामले की जांच राजस्थान पुलिस ने की और बाद में यह मामला एसओजी को सौंपा गया. एसओजी ने 27 जनवरी 2022 को रामकृपाल मीना को गिरफ्तार कर लिया था.

शिक्षण संस्थान चलाता था रामकृपाल : रामकृपाल मीणा की गिरफ्तारी के बाद उसके कब्जे से एसओजी ने 1.07 करोड़ रुपए नकद जब्त किए थे. जबकि कई संदिग्ध खातों में जमा करीब 17 लाख रुपए की राशि फ्रीज करवाई थी. बता दें कि रामकृपाल मीणा एसएस कॉलेज के नाम से एक शिक्षण संस्थान चलाता था. रीट पेपर लीक मामले में उसकी गिरफ्तारी के बाद सामने आया कि उसके कॉलेज का भवन सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाया गया है. इस पर उसकी कॉलेज के चार मंजिला भवन पर भी बुलडोजर चलाकर जमींदोज किया गया था.

को-ऑर्डिनेटर पाराशर और डीईओ की मौजूदगी में स्ट्रांग रूम से लिया था पर्चा : रीट-2021 के लिए जयपुर जिले का को-ऑर्डिनेटर प्रदीप पाराशर को बनाया गया था. एसओजी की जांच में सामने आया था कि 24 सितंबर 2021 को शिक्षा संकुल स्थित स्ट्रांग रूम से जयपुर की सब ट्रेजरी में पेपर भेजते समय पर्चा निकाला गया. इस स्ट्रांग रूम में दो लॉक लगे थे. एक की चाबी डिप्टी को-ऑर्डिनेटर बीएस बैरवा और दूसरी चाबी डीईओ रविंद्र फौजदार के पास थी. को-ऑर्डिनेटर प्रदीप पाराशर ने दोनों चाबियों से ताले खुलवाकर बीएस बैरवा को किसी बहाने वहां से भेज दिया. इसी दौरान रामकृपाल ने पर्चा निकाल लिया.

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