जयपुर. सोमवार को करीब 3 महीने के इंतजार के बाद में विष्णु लाटा शहर के दौरे पर निकले. इस दौरान वो हिंगोनिया गौशाला पहुंचे जहां उन्होंने गौशाला का निरीक्षण किया. गौशाला के निरीक्षण के दौरान गायों के लिए बाड़े में ऐसी भीषण गर्मी में भी छाया की व्यवस्था नहीं होने से मेयर ने नाराजगी जताई. ऐसे में मेयर ने अगले 2 दिन में सभी गायों के लिए छाया की व्यवस्था करने के निर्देश दिए.
लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण मेयर विष्णु लाटा करीब 3 महीने से शहर में सफाई व्यवस्था और हिंगोनिया गौशाला का जायजा नहीं ले पा रहे थे. सौमवार मेयर ने शहर में राउंड लेने की शुरुआत की और पहले ही दिन मेयर को हिंगोनिया गौशाला में ऐसी हकीकत देखने को मिली जिससे खुद मेयर भी विचलित हो गए. चौंकाने वाली बात ये है कि मेयर का हिंगोनिया गौशाला का जायजा लेने का कार्यक्रम अचानक नहीं बना, मेयर के आने की सूचना सभी अधिकारियों के पास भी थी और गौशाला का संचालन कर रहे अक्षय पात्र फाउंडेशन के पास भी. इसके बाद भी अक्षय पात्र और संबंधित अधिकारी गायों की दुर्दशा को नहीं छिपा पाए.
बता दें, मेयर को सबसे पहले सड़ा हुआ कचरा दिखा, इस कचरे को देख मेयर का पारा चढ़ गया और उन्होंने निगम के अधिकारियों की क्लास लेते हुए अक्षय पात्र को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए. मेयर जब और आगे बढ़े तो उनको सैकड़ों गाय खुली धूप में खड़ी हुई मिलीं. गायों के लिए बाड़े में ऐसी भीषण गर्मी में भी छाया की व्यवस्था नहीं होने से मेयर ने नाराजगी जताई. मेयर ने अगले 2 दिन में सभी गायों के लिए छाया की व्यवस्था करने के निर्देश दिए.
सबसे दुखद हकीकत भी मेयर के सामने आई. जहां, एक गाय और बछड़े ने उनके सामने दम तोड़ दिया. बीमार होने के बाद भी गायों को गौशाला में ही बने अस्पताल में शिफ्ट नहीं करने पर मेयर ने अक्षय पात्र के संचालकों को फटकार लगाई और एक कंपाउंडर को निलंबित करने के निर्देश भी दिए, साथ ही अक्षय पात्र के अलावा दूसरे सामाजिक संस्थान को भी यहां कुछ बाड़ों की व्यवस्था देने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए.