जयपुर. जल जीवन मिशन में कथित घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई पर पूर्व मंत्री महेश जोशी ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि ईडी ने कहां-कहां सर्वे किया और कहां से क्या बरामद हुआ इसकी जानकारी साफ तौर पर ईडी को देनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि गोलमोल तरीके से प्रेस नोट जारी किया जाता है इससे जिसके यहां कुछ नहीं मिलता उस पर भी लोग शक करते हैं. मैं अगर यह कहूंगा कि मेरे यहां से ईडी को कुछ नहीं मिला तो आप सोचेंगे कि यह सच है या झूठ है. ऐसे में ईडी को साफतौर पर इसका खुलासा करना चाहिए.
ईडी की कार्रवाई राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित: पीसीसी वॉर रूम के बाहर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, यह कार्रवाई राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित है. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से प्रेस नोट जारी किया जाता है कि आठ जगह एजेंसी ने सर्च किया या छापेमारी की और आठ जगह पर 39 लाख रुपए बरामद हुए हैं. जोशी ने कहा कि ईडी यह नहीं बताती है कि किसके यहां से क्या मिला है. उन्होंने कहा कि जिसके यहां से जो पैसा बरामद हुआ इसका खुलासा ईडी को करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिसके यहां कुछ नहीं मिला उस पर भी लोग शक करते हैं.
ईडी को स्पेसिफिक बताना चाहिए : ईडी यह बताए कि अब तक जहां-जहां छापे मारे गए या सर्च की कार्रवाई की गई, वहां से किस-किस के यहां पर क्या-क्या मिला है बजाय इसके की गोलमाल तरीके से बयान जारी किया जाए. महेश जोशी ने कहा कि ईडी को स्पेसिफिक यह बताना चाहिए की इतनी जगह पर हमने सर्च किया. उनमें से किस-किस के यहां क्या मिला है. इससे सारी पिक्चर क्लियर हो जाएगी की किस तरीके से रेड की कार्रवाई चल रही है और इसके पीछे क्या भावना है.
राजस्थान की बीएसआर कम या ज्यादा, खुलासा हो: महेश जोशी ने कहा कि राजस्थान में जो टेंडर हुए और जिनको रद्द कर दिया गया. जब टेंडर रद्द हो गए, काम ही नहीं हुआ तो फिर कैसा करप्शन. अब तो डिपार्टमेंट भी उनके हाथ में है, उनकी सरकार है. मैं यह भी चाहता हूं कि वह यह बताएं कि राजस्थान की जो बीएसआर है वह दूसरे राज्यों के मुकाबले कम है या ज्यादा है. उन्होंने कहा कि मैं राजस्थान की सरकार से यह कहना चाहता हूं कि वह इस बात का खुलासा करे कि हमारे राजस्थान की बीएसआर अन्य प्रदेशों के मुकाबले कम है या ज्यादा है.
राजस्थान की परफॉर्मेंस खराब बताई जा रही: महेश जोशी बोले, मैंने पहले भी कहा था कि बदनीयति पूर्ण तरीके से राजस्थान की परफॉर्मेंस को पिछड़ा हुआ बताया जा रहा है, जबकि जल जीवन मिशन जो राष्ट्रीय परियोजना है उसके तहत इस बात का खुलासा होना चाहिए कि कितने लोगों को इस योजना का फायदा मिला या कितने घरों में नल से पानी पहुंचा बजाए इसके कि कितने प्रतिशत काम हुआ है.
जोशी के घर ईडी के की थी कार्रवाई: जल जीवन मिशन में गड़बड़ी के आरोपों की जांच कर रही ईडी ने मंगलवार को पूर्व पीएचईडी मंत्री महेश जोशी के घर सहित प्रदेशभर में आठ ठिकानों पर कार्रवाई की थी. बाद में ईडी की ओर से प्रेस नोट जारी कर कहा गया था कि आठ जगहों से 39 लाख रुपए बरामद किए गए हैं.