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लोकसभा चुनाव हारे राजस्थान के कांग्रेस प्रत्याशी 'दिल्ली दरबार' में हाजिर

राजस्थान में हुई कांग्रेस की हार से आलाकमान खासे नाराज चल रहा है. ऐसे में सोमवार को और मंगलवार को प्रदेश में मिली हार को लेकर चर्चा की जा रही है. ये चर्चा राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे के नेतृत्व में हो रही है, जहां सभी लोकसभा प्रत्याशी को दिल्ली में बुलाया गाया है, जिससे की हार की वजहों की समीक्षा की जा सके. साथ ही आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी.

लोकसभा चुनाव हारे प्रत्याशियों को दिल्ली बुलाया गया.
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Published : Jun 17, 2019, 7:57 PM IST

नई दिल्ली/जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस की भारी हार के बाद प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने हारे हुए प्रत्याशियों को दिल्ली में लाइन हाजिर किया. सोमवार को पश्चिमी राजस्थान के ग्यारह लोकसभा क्षेत्र से हारे प्रत्याशी अविनाश पांडे के सामने हार के कारणों और आगे पार्टी की रणनीति पर चर्चा की.

लोकसभा चुनाव हारे प्रत्याशियों को दिल्ली बुलाया गया.

दरअसल, हाल ही में राजस्थान में बहुमत की सरकार बनाने वाली कांग्रेस की लोकसभा चुनाव में भारी हार हुई. अशोक गहलोत की अगुवाई में चल रही राजस्थान सरकार के लिए यह हार बेहद अपमानजनक है. कांग्रेसी राजस्थान में सभी 25 लोकसभा सीट हार गई. राहुल गांधी की नाराजगी सबसे ज्यादा राजस्थान में पार्टी की हुई इस कदर दुर्गति को लेकर को ही है. ऐसे में राजस्थान में पार्टी की भारी हार को लेकर दिल्ली में मंथन चल रहा है.

बता दें, सोमवार और मंगलवार को लगातार दो दिन सभी 25 लोकसभा प्रत्याशियों को दिल्ली में ही लाइन हाजिर किया गया है. सोमवार को पश्चिमी राजस्थान की 11 प्रत्याशियों की पेशी अविनाश पांडे के सामने हुई. जिसमें जोधपुर से कांग्रेस प्रत्याशी और राजस्थान के मुख्यमंत्री वैभव गहलोत और जालोर से कांग्रेस प्रत्याशी रतन देवासी भी शामिल थे. रतन देवासी ने बताया कि हमने प्रदेश को राजस्थान में पार्टी की हार के कारणों से अवगत कराया है. हमने यह भी बताया कि कैसे कुछ लोगों ने पार्टी में रहकर पार्टी का अहित किया. रतन देवासी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हार के बाद मंथन राजनीति में वाजिब है. इसी लिहाज से सभी प्रत्याशियों को अपनी बात रखने के लिए बुलाया गया था. अविनाश पांडे ने प्रत्याशियों से पूछा कि कहां क्या कमी रह गई! सभी प्रत्याशियों ने अपने-अपने अनुभव से हार के कारण और आगे पार्टी की रणनीति पर चर्चा की.

उधर, जोधपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत ने मीडिया के सामने सफाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत महज 2 दिन प्रचार के लिए जोधपुर आए. 25 प्रत्याशियों के लिए उन्होंने कोई भेदभाव नहीं किया. राजस्थान के मुख्यमंत्री पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने पूरी उर्जा अपने पुत्र वैभव में लगा दी. जिसके कारण पार्टी की यह दुर्गति हुई. राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने सभी 11 प्रत्याशियों से बारी-बारी मिलकर उनसे फीडबैक लिया.

वैभव ने बताया कि अविनाश पांडे ने दिल्ली में बुलाए गए समीक्षा बैठक में सभी प्रत्याशियों से हार के कारणों का फीडबैक लिया और फिर प्रदेश में होने वाले आगामी निकाय चुनाव पर चर्चा की. लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी की सबसे बड़ी दुर्गति गुजरात के बाद राजस्थान में हुई, जहां कांग्रेस लोकसभा की सभी प्रत्याशी हार गई. अविनाश पांडे ने सभी लोकसभा प्रत्याशियों से अलग अलग बात की. जिसमें मुख्यमंत्री गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत समेत 11 लोकसभा प्रत्याशियों ने अपनी बात रखी. वहीं, मंगलवार को पूर्वी राजस्थान के उन सभी प्रत्याशियों को बुलाया गया है, जो लोकसभा चुनाव हार गए हैं. उनसे भी अविनाश पांडे हार के कारण और आगे निकाय चुनाव पर पार्टी की रणनीति पर चर्चा करेंगे.

नई दिल्ली/जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस की भारी हार के बाद प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने हारे हुए प्रत्याशियों को दिल्ली में लाइन हाजिर किया. सोमवार को पश्चिमी राजस्थान के ग्यारह लोकसभा क्षेत्र से हारे प्रत्याशी अविनाश पांडे के सामने हार के कारणों और आगे पार्टी की रणनीति पर चर्चा की.

लोकसभा चुनाव हारे प्रत्याशियों को दिल्ली बुलाया गया.

दरअसल, हाल ही में राजस्थान में बहुमत की सरकार बनाने वाली कांग्रेस की लोकसभा चुनाव में भारी हार हुई. अशोक गहलोत की अगुवाई में चल रही राजस्थान सरकार के लिए यह हार बेहद अपमानजनक है. कांग्रेसी राजस्थान में सभी 25 लोकसभा सीट हार गई. राहुल गांधी की नाराजगी सबसे ज्यादा राजस्थान में पार्टी की हुई इस कदर दुर्गति को लेकर को ही है. ऐसे में राजस्थान में पार्टी की भारी हार को लेकर दिल्ली में मंथन चल रहा है.

बता दें, सोमवार और मंगलवार को लगातार दो दिन सभी 25 लोकसभा प्रत्याशियों को दिल्ली में ही लाइन हाजिर किया गया है. सोमवार को पश्चिमी राजस्थान की 11 प्रत्याशियों की पेशी अविनाश पांडे के सामने हुई. जिसमें जोधपुर से कांग्रेस प्रत्याशी और राजस्थान के मुख्यमंत्री वैभव गहलोत और जालोर से कांग्रेस प्रत्याशी रतन देवासी भी शामिल थे. रतन देवासी ने बताया कि हमने प्रदेश को राजस्थान में पार्टी की हार के कारणों से अवगत कराया है. हमने यह भी बताया कि कैसे कुछ लोगों ने पार्टी में रहकर पार्टी का अहित किया. रतन देवासी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हार के बाद मंथन राजनीति में वाजिब है. इसी लिहाज से सभी प्रत्याशियों को अपनी बात रखने के लिए बुलाया गया था. अविनाश पांडे ने प्रत्याशियों से पूछा कि कहां क्या कमी रह गई! सभी प्रत्याशियों ने अपने-अपने अनुभव से हार के कारण और आगे पार्टी की रणनीति पर चर्चा की.

उधर, जोधपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत ने मीडिया के सामने सफाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत महज 2 दिन प्रचार के लिए जोधपुर आए. 25 प्रत्याशियों के लिए उन्होंने कोई भेदभाव नहीं किया. राजस्थान के मुख्यमंत्री पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने पूरी उर्जा अपने पुत्र वैभव में लगा दी. जिसके कारण पार्टी की यह दुर्गति हुई. राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने सभी 11 प्रत्याशियों से बारी-बारी मिलकर उनसे फीडबैक लिया.

वैभव ने बताया कि अविनाश पांडे ने दिल्ली में बुलाए गए समीक्षा बैठक में सभी प्रत्याशियों से हार के कारणों का फीडबैक लिया और फिर प्रदेश में होने वाले आगामी निकाय चुनाव पर चर्चा की. लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी की सबसे बड़ी दुर्गति गुजरात के बाद राजस्थान में हुई, जहां कांग्रेस लोकसभा की सभी प्रत्याशी हार गई. अविनाश पांडे ने सभी लोकसभा प्रत्याशियों से अलग अलग बात की. जिसमें मुख्यमंत्री गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत समेत 11 लोकसभा प्रत्याशियों ने अपनी बात रखी. वहीं, मंगलवार को पूर्वी राजस्थान के उन सभी प्रत्याशियों को बुलाया गया है, जो लोकसभा चुनाव हार गए हैं. उनसे भी अविनाश पांडे हार के कारण और आगे निकाय चुनाव पर पार्टी की रणनीति पर चर्चा करेंगे.

Intro:राजस्थान में कांग्रेस की भारी हार के बाद प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने हारे हुए प्रत्याशियों को दिल्ली में लाइन हाजिर किया. सोमवार को पश्चिमी राजस्थान के ग्यारह लोकसभा क्षेत्र से हारे प्रत्याशी अविनाश पांडे के सामने हार के कारणों और आगे पार्टी की रणनीति पर चर्चा की .हाल ही में राजस्थान में बहुमत की सरकार बनाने वाली कांग्रेस की लोकसभा चुनाव में भारी हार हुई. अशोक गहलोत की अगुवाई में चल रही राजस्थान सरकार के लिए यह हार बेहद अपमानजनक है . कांग्रेसी राजस्थान में सभी 25 लोकसभा सीट हार गई . राहुल गांधी की नाराजगी सबसे ज्यादा राजस्थान में पार्टी की हुई इस कदर दुर्गति को लेकर के ही है.
राजस्थान में पार्टी की भारी हार को लेकर दिल्ली में मंथन चल रहा है .सोमवार और मंगलवार को लगातार दो दिन सभी 25 लोकसभा प्रत्याशियों को दिल्ली में ही लाइन हाजिर किया गया है. सोमवार को पश्चिमी राजस्थान की 11 प्रत्याशियों की पेशी अविनाश पांडे के सामने हुई. जिसमें जोधपुर से कांग्रेस प्रत्याशी और राजस्थान के मुख्यमंत्री वैभव गहलोत और जालौर से कांग्रेस प्रत्याशी रतन देवाशी भी शामिल थे .रतन ने बताया कि हमने प्रदेश को राजस्थान में पार्टी की हार के कारणों से अवगत कराया हमने यह भी बताया कैसे कुछ लोगों ने पार्टी में रहकर पार्टी का हित किया. रतन देवाशी ने मीडिया से बात करते हुए कहा हार के बाद मंथन राजनीति में वाजिब है. इसी लिहाज से सभी प्रत्याशियों ने अपनी बात रखने के लिए बुलाया गया. अविनाश पांडे ने प्रत्याशियों से पूछा कि कहां क्या कमी रह गई! सभी प्रत्याशियों ने अपने-अपने अनुभव से हार के कारण और आगे पार्टी की रणनीति पर चर्चा की.

उधर जोधपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत ने मीडिया के सामने सफाई देते हुए कहा मुख्यमंत्री गहलोत महज 2 दिन प्रचार के लिए जोधपुर आए. 25 प्रत्याशियों के लिए उन्होंने कोई भेदभाव नहीं किया.

राजस्थान के मुख्यमंत्री पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने पूरी उर्जा अपने पुत्र वैभव में लगा दी. जिसके कारण पार्टी की यह दुर्गति हुई. राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे सभी 11 प्रत्याशियों से बारी-बारी मिलकर उनसे फीडबैक लिया.


Body:वैभव ने कांग्रेस में लोकसभा प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर उठे सवाल के जवाब में कहा कि भले ही वे म हार गए लेकिन उन्हें 133000 मत ज्यादा मिले हैं. वैभव ने बताया कि अविनाश पांडे ने दिल्ली में बुलाए गए समीक्षा बैठक में सभी प्रत्याशियों से हार के कारणों का फीडबैक लिया और फिर प्रदेश में होने वाले आगामी निकाय चुनाव पर चर्चा की. लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी की सबसे बड़ी दुर्गति गुजरात के बाद राजस्थान में हुई जहां कांग्रेस लोकसभा की सभी प्रत्याशी हार गए दिलचस्प यह है कि राजस्थान में छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश के साथ हाल ही में कांग्रेस की सरकार बनी थी इस लिहाज से कांग्रेस की राजस्थान में हार से पार्टी में भारी हताशा है और राहुल गांधी की सबसे ज्यादा नाराजगी कांग्रेस की राजस्थान में हार को लेकर के ही है . सभी प्रत्याशियों को दिल्ली में लाइन हाजिर किया जाना उसी लिहाज से पार्टी का एक मंथन माना जा रहा है, जिसमें पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने सोमवार को पश्चिमी राजस्थान की 11 लोकसभा प्रत्याशियों से बात की .उन्होंने सभी लोकसभा प्रत्याशियों से अलग अलगबात की. जिसमें मुख्यमंत्री गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत समेत 11 लोकसभा प्रत्याशियों ने अपनी बात रखी .मंगलवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश के राजस्थान की उन सभी प्रत्याशियों को बुलाया गया है जो लोकसभा चुनाव हार गए हैं उनसे भी अविनाश पांडे हार के कारण और आगे निकाय चुनाव पर पार्टी की रणनीति पर चर्चा करेंगे.


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