जयपुर. लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा प्रदेश शिर्ष नेतृत्व और प्रदेश पदाधिकारियों के साथ एक के बाद एक तीन बड़ी बैठकों के बाद अब अपने हरावल दस्तों यानी सभी सातों मोर्चों के जरिए 'मिशन 25' को सफल बनाने के लिए पूरी तरह जुट गई है. इसके लिए बीजेपी मोर्चों के पदाधिकारियों की मंगलवार को एक दिवसीय अहम बैठक होने जा रही है. इस बैठक में सभी मोर्चों को समाज के सभी वर्गों तक पकड़ बनाने का काम दिया जाएगा. इसके अलावा दीवारों पर नारों, स्लोगन से चुनावी माहौल तैयार किया जाए, इसको लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता मंत्र देंगे.
भजपा का मिशन 25 : राजस्थान में विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत से उत्साहित भाजपा अब लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है. बीजेपी ने लोकसभा में चुनाव में इस बार भी मिशन 25 का लक्ष्य तय किया है. इस मिशन को सफल बनाने के लिए तीन दिन पहले प्रदेश शिर्ष नेतृत्व और प्रदेश पदाधिकारियों के साथ एक के बाद एक मैराथन तीन बड़ी बैठकों के साथ चुनावी आगाज हो गया था. 12 जनवरी को लोकसभा कार्ययोजना बैठक में प्रदेश के करीब 40 प्रमुख नेता 6 घंटे तक चुनावी तैयारियों से लेकर मुद्दों तक पर मंथन कर चुके हैं.
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इसके अगले दिन प्रदेश कार्यालय पर चिंतन बैठक में उठे मुद्दों को जमीनी स्तर पर पूरा करने के लिए प्रदेश स्तरीय बैठक में विचार-विमर्श किया गया. इसी दिन सोशल मीडिया पर चुनाव प्रचार को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने के लिए बीजेपी आईटी संयोजकों और सहसंयोजकों की बैठक हो चुकी है. बीजेपी लोकसभा चुनाव में चुनाव में किसी तरह की कोई कमी नही रखना चाहती, जिससे कि कोई चुनावी नुकसान हो. इसीलिए हर मोर्चे और विभाग को एक्टिव कर दिया गया है.
सभी 7 मोर्चों की बैठक : दरअसल, बीजेपी में 7 मोर्चे हैं जो अलग-अलग वर्गों का प्रतिनिधित्व करते हैं. जैसे एससी मोर्चा अनुसूचित जाति, एसटी मोर्चा अनुसूची जनजाति, ओबीसी मोर्चा में ओबीसी समुदाय, महिला मोर्चा महिलाओं, अल्पसंख्यक मोर्चा में अल्पसंख्यक समुदाय और युवा मोर्चा में युवाओं को पार्टी से जोड़ने का काम किया जा रहा है. केंद्रीय नेतृत्व की ओर से इन सभी मोर्चों के लिए अलग-अलग टॉस्क दिए गए हैं, जिसे लेकर अभियान चलाया जाएगा. जिसमें दीवार लेखन अभियान, चौपाल, सामाजिक सम्मेलन, युवा संवाद सहित कई तहर के अभियान शामिल हैं, जिसके जरिए पार्टी आम जनता तक पकड़ मजबूत कर सके.