जयपुर. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला हैं. पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने सरकार को चिकित्सा मुद्दों पर जमकर घेरा. भामाशाह योजना को बंद करने और राइट टू हेल्थ के दावे पर सरकार से सवाल भी किये.
विधानसभा चुनाव में हार के बाद सत्ता से दूर हुई बीजेपी अब वर्तमान कांग्रेस सरकार को घेरने में जुटी हुई है. शनिवार को प्रदेश मुख्यालय पर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने सरकार को स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी खामियों को लेकर सवाल खड़े किए. सराफ ने कहा कि कांग्रेस सरकार आने के बाद राजस्थान में चिकित्सा व्यवस्था बेहाल है. सरकार ने अघोषित रूप से भामाशाह योजना को बंद कर दिया है, जिससे गरीब तबके के लोगों पर भार पढ़ रहा है.
सराफ ने कहा कि केंद्र सरकार की आयुष योजना को लागू करने से पहले ही राज्य सरकार ने भामाशाह योजना को बंद कर दिया गया है. जबकि बीजेपी ने 2014 में सत्ता में आने के बाद तत्कालीन सरकार की निशुल्क दवा योजना को बढ़ाने का काम किया था. इसके बावजूद कांग्रेस विपक्ष में रहते हुए बीजेपी पर आरोप मंडती रही और अब खुद जनता के हित में उठाये कदम को वापस खींच रही है.
उन्होंने स्वाइन फ्लू के कारण राजस्थान में हुई मौतों के मामले पर भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. इसके अलावा राइट टू हेल्थ का वादा फेल होने, डॉक्टरों की भर्ती ना करने, एसएमएस अस्पताल से महत्वपूर्ण डॉक्टरों को बाहर भेजने, नकली दवा पकड़े जाने के मामले पर भी सरकार से सवाल किए.
हालांकि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री से अपने कार्यकाल में स्वाइन फ्लू से हुई मौतों के सवाल पर जवाब देते नहीं बना वहीं उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार को लेकर जांच के सवाल पर कांग्रेस सरकार को जांच के लिए चुनौती देते हुए दिखाई दिए.
बहरहाल, इस चुनावी समय में बीजेपी की ओर से स्वास्थ्य क्षेत्र में उठाए गए ये सवाल लोकसभा चुनाव को कितना प्रभावित करेंगे ये देखने वाली बात होगी.