झोटवाड़ा (जयपुर). दहेज उन्मूलन के तरफ धीरे-धीरे समाज बढ़ रहा है. एक ऐसा ही उदाहरण जयपुर के झोटवाड़ा में देखने को मिला, जहां सीकर के लोसल निवासी आफताब हुसैन पुत्र महफूज अली खान ने महज एक रुपए और नारियल लेकर झोटवाड़ा निवासी मोहम्मद अयूब की बेटी से निकाह किया है.
आफताब हुसैन पेशे से एक निजी बैंक में मैनेजर है. उनके परिजनों ने कोई बड़ा दान दहेज लेने के बजाय रस्म अदायगी के तौर पर महज एक रुपए और नारियल स्वीकार किया और बिना किसी बैंडबाजे या डीजे के सादगीपूर्ण तरीके से दुल्हन को अपने घर ले गए. यह शादी लोसल क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है.
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वहीं दूल्हे ने शादी में दहेज नहीं लेकर कायमखानी समाज को नया संदेश दिया है. दूल्हा आफताब हुसैन ने बताया कि वर्तमान समय में समाज में विभिन्न प्रकार सामाजिक कुरीतियों का सामना करना पड़ रहा है. जिस को मिटाने के लिए समाज के युवाओं की पहल को देखकर ही मैंने भी ससुराल पक्ष से किसी भी प्रकार की फिजूलखर्ची नहीं करने को लेकर सादगी से निकाह में एक रुपए और नारियल लेकर निकाह कबूल किया.
शादी में कई रस्मों को किया दरकिनार
सादगी के साथ शादी करने की मन में चाह रखने वाले दूल्हे आफताब हुसैन ने शादी के दौरान होने वाली अधिकतर रस्मों को दरकिनार किया. उन्होंने बताया कि यह सब हम केवल दिखावे के लिए करते हैं, यह सब फालतू है. उन्होंने अनावश्यक फिजूल की रस्मों को भी दूर रखा.
शादियों में फिजूल खर्ची रोकने का दिया संदेश
दूल्हे के पिता महफूज अली खान ने कहा कि जो लोग फिजूल खर्ची के तौर पर खर्च करते है. उन्हीं पैसों को शिक्षा पर खर्च करें तो बेहतर होगा और समाज आगे बढ़ेगा.