जयपुर. निगम प्रशासन की ओर से एक गलती को दोहराई गई है. निगम परिसर में होने वाले राष्ट्रगीत का वादन नहीं किया गया है. हैरानी की बात ये है कि इस दौरान निगम प्रशासन के उच्च अधिकारी परिसर में मौजूद थे. इसके बावजूद इसके उन्हें राष्ट्रगीत हुआ. वहीं उन्होंने मामले में अपनी अनभिज्ञता जताई है. वहीं इससे पहले इसी मामले को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों दल आमने-सामने हो गए थे.
जिस विवाद पर निगम के समिति चेयरमैन ने एग्जीक्यूटिव कमिटी की बैठक में कमिश्नर से सवाल किए थे. वही विवाद एक बार फिर नगर निगम में खड़ा हो गया है. मामला नगर निगम परिसर में होने वाले राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान का है. शुक्रवार शाम को एक बार फिर राष्ट्रगीत का वादन नहीं हुआ. इस दौरान निगम परिसर में वार्डों के पुनर्गठन का काम चल रहा था. एडिशनल कमिश्नर से लेकर कई उपायुक्त वहां मौजूद थे, लेकिन किसी का भी ध्यान इस पर नहीं गया.
एडिशनल कमिश्नर अरुण गर्ग ने कहा कि बीते दिनों किसी ऑर्डर से राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान का वादन बंद नहीं कराया गया था, ध्वनि प्रसारण यंत्र में तकनीकी समस्या आने की वजह से वादन नहीं हो पाया था, जिसे अब ठीक करा लिया गया है. हालांकि आज राष्ट्रगीत वादन नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है. अगर ऐसा हुआ है तो वे इसकी जांच कराएंगे.