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Fraud in Jaipur : प्रतिबंधित कंपनी ने अमीर बनने का सपना दिखाकर की करोड़ों की ठगी, पुलिस ने 17 आरोपी दबोचे

देश में प्रतिबंधित कंपनी की ओर से राजधानी जयपुर में मल्टी लेवल मार्केटिंग का जाल बिछाकर लोगों को ठगने का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश कर 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से महंगी लग्जरी गाड़ियां और अन्य उपकरण भी जब्त किए गए हैं.

17 Accused arrested of Fraud
जयपुर में 17 ठग गिरफ्तार
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 21, 2023, 8:13 PM IST

Updated : Oct 21, 2023, 8:24 PM IST

अमीर बनने का सपना दिखाकर की करोड़ों की ठगी

जयपुर. भारत में प्रतिबंधित विदेशी कंपनी के राजधानी जयपुर में नेटवर्क का खुलासा करते हुए पुलिस ने 17 ठगों को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से तीन लग्जरी गाड़ियां, दो लैपटॉप, एक आईपैड, 20 महंगे मोबाइल, अलग-अलग बैंकों के डेबिट और क्रेडिट कार्ड, हिसाब-किताब की डायरियां और ठगी के तरीके सिखाने वाली एक किताब बरामद की है. पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि इस कंपनी से जुड़कर निवेश के बदले प्रोडक्ट खरीदने और कंपनी के लिए काम कर कम समय में अमीर बनने के सपने दिखाए जाते हैं. इसके बाद मल्टी लेवल मार्केटिंग (चेन सिस्टम) से जोड़कर लोगों के साथ निवेश के नाम पर ठगी की जा रही है.

इन्हें किया गिरफ्तार : जयपुर (उत्तर) डीसीपी राशि डोगरा डूडी ने बताया कि विदेशी कंपनियों के पदाधिकारियों और एजेंटों की ओर से ठगी की जानकारी मिलने पर सूचना को पुख्ता किया गया. पुलिस ने मुख्य आरोपी विनोद कुमार सहारण, उसके करीबी पार्टनर प्रेमानंद सागवान, जयपुर में गिरोह के लीडर अमोल शिवाजी कदंब, उज्जवल विश्वास, राहुल विलास खरात, पप्पू राजाराम जाधव, कृष्णा भव साहेब मिसाल, माधव यशवंत, स्वप्न बर्मन, पलस सरकार, शुभम, विट्ठल श्रीराम आगलावे, राजपुरे सुनील शहादेव, सिद्धेश महेश पड़वेकर, अजेश खान, परमजीत और ननेश्वर को गिरफ्तार किया है.

पढे़ं. Rajasthan : फर्जी खाते खोलकर करोड़ों के लेन-देन का मामला, गिरफ्तार आरोपी 'महादेव बुक' एप का सरगना, दुबई से संभालता था कारोबार

50 हजार से दो लाख तक का निवेश : पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी अन्य लोगों को रुपए निवेश करने के लिए ब्रेनवॉश करते और 50 हजार से 2 लाख रुपए तक निवेश करवाते. वे लोगों को कुछ ही दिनों में दुगना-तिगुना मुनाफे का झांसा देते थे. उन्हें यह सामान खरीदने के लिए मजबूर किया जाता था. साथ ही कम कीमत की वस्तुओं के 5 से 20 गुना दाम वसूले जा रहे थे. पड़ताल में यह भी खुलासा हुआ है कि इस कंपनी की ओर से ठगी की रकम को ई-कॉमर्स की आड़ में विदेश भेजा जा रहा था. इस कंपनी के खिलाफ पहले से ही देश के कई राज्यों में मुकदमें दर्ज हैं.

विदेश दौरों की रील्स बनाकर देते झांसा : इस कंपनी से जुड़े एजेंट अपनी लग्जरी लाइफ स्टाइल और विदेश दौरों की रील्स बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते. वे लोगों का ब्रेनवॉश करने के लिए अपने महंगे कपड़े, घड़ी, मोबाइल, चश्मा और गैजेट्स का इस्तेमाल भी करते. वे लोगों को झांसे में लेने के लिए मोटिवेशनल वीडियो दिखाते और महंगे होटल्स में सेमिनार का आयोजन करते, जिससे कम आय वर्ग वाले लोग, बेरोजगार युवा और गृहणी आदि आसानी से झांसे में आ जाते हैं.

अमीर बनने का सपना दिखाकर की करोड़ों की ठगी

जयपुर. भारत में प्रतिबंधित विदेशी कंपनी के राजधानी जयपुर में नेटवर्क का खुलासा करते हुए पुलिस ने 17 ठगों को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से तीन लग्जरी गाड़ियां, दो लैपटॉप, एक आईपैड, 20 महंगे मोबाइल, अलग-अलग बैंकों के डेबिट और क्रेडिट कार्ड, हिसाब-किताब की डायरियां और ठगी के तरीके सिखाने वाली एक किताब बरामद की है. पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि इस कंपनी से जुड़कर निवेश के बदले प्रोडक्ट खरीदने और कंपनी के लिए काम कर कम समय में अमीर बनने के सपने दिखाए जाते हैं. इसके बाद मल्टी लेवल मार्केटिंग (चेन सिस्टम) से जोड़कर लोगों के साथ निवेश के नाम पर ठगी की जा रही है.

इन्हें किया गिरफ्तार : जयपुर (उत्तर) डीसीपी राशि डोगरा डूडी ने बताया कि विदेशी कंपनियों के पदाधिकारियों और एजेंटों की ओर से ठगी की जानकारी मिलने पर सूचना को पुख्ता किया गया. पुलिस ने मुख्य आरोपी विनोद कुमार सहारण, उसके करीबी पार्टनर प्रेमानंद सागवान, जयपुर में गिरोह के लीडर अमोल शिवाजी कदंब, उज्जवल विश्वास, राहुल विलास खरात, पप्पू राजाराम जाधव, कृष्णा भव साहेब मिसाल, माधव यशवंत, स्वप्न बर्मन, पलस सरकार, शुभम, विट्ठल श्रीराम आगलावे, राजपुरे सुनील शहादेव, सिद्धेश महेश पड़वेकर, अजेश खान, परमजीत और ननेश्वर को गिरफ्तार किया है.

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50 हजार से दो लाख तक का निवेश : पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी अन्य लोगों को रुपए निवेश करने के लिए ब्रेनवॉश करते और 50 हजार से 2 लाख रुपए तक निवेश करवाते. वे लोगों को कुछ ही दिनों में दुगना-तिगुना मुनाफे का झांसा देते थे. उन्हें यह सामान खरीदने के लिए मजबूर किया जाता था. साथ ही कम कीमत की वस्तुओं के 5 से 20 गुना दाम वसूले जा रहे थे. पड़ताल में यह भी खुलासा हुआ है कि इस कंपनी की ओर से ठगी की रकम को ई-कॉमर्स की आड़ में विदेश भेजा जा रहा था. इस कंपनी के खिलाफ पहले से ही देश के कई राज्यों में मुकदमें दर्ज हैं.

विदेश दौरों की रील्स बनाकर देते झांसा : इस कंपनी से जुड़े एजेंट अपनी लग्जरी लाइफ स्टाइल और विदेश दौरों की रील्स बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते. वे लोगों का ब्रेनवॉश करने के लिए अपने महंगे कपड़े, घड़ी, मोबाइल, चश्मा और गैजेट्स का इस्तेमाल भी करते. वे लोगों को झांसे में लेने के लिए मोटिवेशनल वीडियो दिखाते और महंगे होटल्स में सेमिनार का आयोजन करते, जिससे कम आय वर्ग वाले लोग, बेरोजगार युवा और गृहणी आदि आसानी से झांसे में आ जाते हैं.

Last Updated : Oct 21, 2023, 8:24 PM IST
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