जयपुर: राजस्थान में संगठित अपराध पर नकेल कसने और माफियाओं को जेल की सलाखों के पीछे भेजने के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया गया. एजीटीएफ ने एक साल में करीब 60 इनामी बदमाशों को दबोचने में सफलता हासिल की है. इसका असर यह हुआ कि प्रदेश में फायरिंग की घटनाओं में कमी आई है. फायरिंग की वारदातों में घायल होने और जान गंवाने के आंकड़ों में भी इस एक साल में कमी देखी गई है.
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के मुखिया एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि वर्ष 2023 के मुकाबले 2024 में फायरिंग की घटनाओं में 27.94 फीसदी की कमी आई है. फायरिंग की वारदातों में घायलों की संख्या में 45.67 फीसदी और मृतकों की संख्या में 30.95 फीसदी कमी आई है. वहीं, साल 2022 से 2024 तक की तुलना करें तो दर्ज प्रकरणों में 40 फीसदी, घायलों की संख्या में 47.67 फीसदी और मृतकों की संख्या में 43.14 प्रतिशत की कमी आई है.
प्रदेश में 6 साल में फायरिंग की घटनाएं: उन्होंने बताया कि 2024 में जनवरी से दिसंबर तक प्रदेश में फायरिंग के कुल 276 मुकदमे दर्ज किए गए. इसमें घायलों की संख्या 157 और मृतकों की संख्या 29 थी. इससे पहले साल 2019 में दर्ज 386 प्रकरणों में घायलों की संख्या 276 व मृतकों की संख्या 55 थी. साल 2020 में दर्ज 322 प्रकरणों में घायलों की संख्या 234 व मृतकों की संख्या 46, साल 2021 में दर्ज 446 प्रकरणों में घायलों की संख्या 283 एवं मृतकों की संख्या 58 थी. जबकि साल 2022 में दर्ज 460 प्रकरणों में घायलों की संख्या 300 एवं मृतकों की संख्या 51 और साल 2023 में दर्ज 383 प्रकरणों में घायलों की संख्या 289 एवं मृतकों की संख्या 42 थी.
एजीटीएफ ने 60 इनामी बदमाशों को पकड़ा: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिसंबर 2023 में सत्ता संभालने के तुरंत बाद 16 दिसंबर 2023 को गैंगवार की घटनाओं और संगठित अपराधों पर नकेल कसने के लिए एंटी गैंगस्टर्स टास्क फोर्स (एजीटीएफ) के गठन का फैसला लिया था. एजीटीएफ की कमान एडीजी, क्राइम ब्रांच दिनेश एमएन को सौंपी गई. एजीटीएफ के गठन के बाद एक साल में हत्या, लूट, एनडीपीएस के 60 इनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. नशे की तस्करी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए बड़ी मात्रा में नशे की खेप और हथियार जब्त किए गए हैं.
गैंग से जुड़े बदमाशों पर कसी नकेल: एजीटीएफ के मुखिया दिनेश एमएन ने बताया कि एजीटीएफ ने संगठित गिरोह द्वारा हत्या करने की कई योजनाओं को ग्राउंड लेवल पर सूचना एकत्रित कर विफल कर दिया. कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई व रोहित गोदारा गैंग से जुड़े अपराधियों की धरपकड़ की. सोशल मीडिया पर अपराधियों का महिमा मंडन करने वालों की निगरानी कर उन्हें पाबंद किया गया और गिरफ्तार किया गया. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली पुलिस के साथ ही सीबीआई व एनआईए के साथ सतत समन्वय से प्रदेश में संगठित अपराधियों पर नकेल कसी गई है.
इटली में पकड़वाया लॉरेंस गैंग का गुर्गा: उन्होंने बताया कि एजीटीएफ ने 60 इनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इनमें एक लाख व 75 हजार के एक-एक, 50 हजार के आठ, 35 हजार के चार और 25 हजार के 27 इनामी बदमाश शामिल हैं. एनडीपीएस में एक लाख के इनामी बदमाश सुमित मांजू, कुलदीप जघीना हत्याकांड में 50 हजार के इनामी सचिन जाट को गिरफ्तार किया गया. एजीटीएफ की सूचना पर इटली के ट्रेपानी से 50 हजार के इनामी अपराधी अमरजीत सिंह बिश्नोई को और उसकी पत्नी सुधा कंवर को इटली की अथॉरिटी ने पकड़ा है. इसके साथ ही 25 हजार के इनामी आतंकवादी मेराजूद्दीन को गिरफ्तार कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है.
नशे और हथियारों की तस्करी पर भी कसी नकेल: इस दौरान मादक पदार्थ व शराब तस्करी पर भी नकेल कसी गई. इस कार्रवाई में 19 अपराधी गिरफ्तार कर 12 हजार 417 किलोग्राम डोडा चूरा व पोस्त, 03 किलो 810 ग्राम अफीम, 227 किलो 220 ग्राम गांजा, 12 किलो 103.71 ग्राम एमडी ड्रग, 1334 कार्टन अवैध अंग्रेजी शराब और 124 कार्टन अवैध देशी शराब जब्त की गई. हथियारों की तस्करी करने वाले 27 बदमाशों को गिरफ्तार कर 78 अवैध हथियार, 25 मैग्जीन और 147 कारतूस जब्त किए गए.