जयपुर. राजस्थान में मध्यप्रदेश से अवैध हथियारों की तस्करी हो रही है. वाट्सएप कॉल पर डील फिक्स करने के बाद तस्कर मध्यप्रदेश के सप्लायरों से हथियार खरीदकर राजस्थान में बेच रहे हैं. ऐसे ही एक हथियार तस्कर गिरोह को जयपुर कमिश्नरेट की सीएसटी और श्याम नगर थाना पुलिस ने दबोचा है. इस गिरोह के तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर पुलिस ने 6 अवैध पिस्टल, चार मैग्जीन और दो कारतूस बरामद किए हैं. इन बदमाशों ने मध्यप्रदेश से 8 अवैध पिस्टल खरीदी, जिनमें से दो श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ में एक व्यक्ति को बेची हैं.
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) कैलाशचंद विश्नोई ने बताया कि पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी और श्याम नगर थाना पुलिस ने ऑपरेशन आग के तहत कार्रवाई करते हुए जयपुर जिले के मंडा गांव निवासी अमित मंडा, अलवर जिले के किशनपुरा निवासी अमित उर्फ पहलवान सिंह गुर्जर और जयपुर जिले के पांचूडाला निवासी धर्मेंद्र उर्फ लाला सिंह को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से 6 अवैध पिस्टल, 4 मैग्जीन और 2 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं.
1.20 लाख रुपए में लाए थे अवैध हथियारः पुलिस पूछताछ में आरोपी अमित उर्फ पहलवान ने बताया कि उसने वाट्सएप कॉल पर खरगोन (मध्यप्रदेश) के सूर्य भाई नाम के शख्स से संपर्क कर हथियारों की डील फिक्स की थी. इसके बाद वह अमित मंडा और धर्मेंद्र को साथ लेकर खरगोन से 1.20 लाख रुपए में 8 पिस्टल और 4 मैग्जीन लाए थे. इनमें से 2 पिस्टल श्रीगंगानगर निवासी हनी सूरतगढ़ को दिए हैं. अमित पहलवान गाड़ी के शीशे तोड़ने के मामले में जेल जा चुका है. जबकि अमित मंडा ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसकी प्रदीप कोटपूतली से रंजिश चल रही है. इसी के चलते वह ये अवैध हथियार लेकर आया. उसके खिलाफ हत्या का प्रयास, मारपीट और आर्म्स एक्ट के दर्जनभर मुकदमें दर्ज हैं.
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इस टीम ने दिया कार्रवाई को अंजामः कैलाश विश्नोई ने बताया कि अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त करने वाले तस्करों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सीएसटी की एक इकाई सीआई मांगीलाल बिश्नोई और एसआई पुरुषोत्तम के नेतृत्व में गठित की गई. सीएसटी के कांस्टेबल रामावतार और श्याम नगर थाने से कांस्टेबल अजयपाल और पवन कुमार भी इस टीम में शामिल थे. इस टीम ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की है. तीनों आरोपियों के खिलाफ श्याम नगर थाने में आर्म्स एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है. इन बदमाशों से पूछताछ में हथियार तस्करी सहित अन्य वारदातों का खुलासा होने की संभावना है.