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गुलाबी नगर में इस बार व्यापारियों के लिए होली का रंग पड़ सकता है फीका,  ये है कारण

जयपुर में उमंग और उल्लास का पर्व होली के त्यौहार आने में महज दो दिन रह गए है. लेकिन इसके रंग बाजारों सहित लोगों पर अभी से चढ़ने लगे है. बाजारों में गुलाल, पिचकारी सहित अलग-अलग प्रकार की सामग्री देखने को मिल रही है.

गुलाल
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Published : Mar 18, 2019, 11:06 PM IST

जयपुर. उमंग और उल्लास का पर्व होली के त्यौहार में महज दो दिन रह गए है. लेकिन इसके रंग बाजारों सहित लोगों पर अभी से चढ़ने लगे है. बाजारों में गुलाल, पिचकारी सहित अलग-अलग प्रकार की सामग्री देखने को मिल रही है. लेकिन इस बार बाजार सुस्त नजर आ रहा है.

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बाजार में मंदी का कारण महंगाई बताया जा रहा है. जिस वजह से व्यापारियों के चेहरे मायूस है. जीएसटी के कारण भी माल 25 फीसदी तक महंगा हुआ है. पानी में कैप्सूल डालते ही 12 तरह के अलग अलग रंग के पानी का नजारा, गुलाल पिचकारी, हर्बल गुलाल लोगों के लिए इस बार होली के पर्व पर काफी लुभा रही है. आकाशीय कलर फाग फाइटर रंगों की बरसात करेगा, तो इस बार मिसाइल और टैंक से भी रंग की गोली चलेगी.

त्रिपोलिया बाजार के व्यापारी सीताराम रंगवाला ने बताया कि बीते साल होली के कई दिनों पहले से रंग, गुलाल की मांग आती थी. इस बार बाजार में जीएसटी और अन्य वजहों से रुपयों की रोटेशन के चलते लोग माल खरीदने पर इस पर्व में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. डोरेमन, मोटू-पतलू, कार्टून वाली पिचकारियां बच्चे पसंद कर रहे हैं. हर्बल रंगों का फाग फाइटर भी लोगों को लुभा रहा है. वहीं आर्गेनिक गुलाल के पैकेट भी लोग एक दूसरे को गिफ्ट देने के लिए खरीद रहे हैं.

जयपुर. उमंग और उल्लास का पर्व होली के त्यौहार में महज दो दिन रह गए है. लेकिन इसके रंग बाजारों सहित लोगों पर अभी से चढ़ने लगे है. बाजारों में गुलाल, पिचकारी सहित अलग-अलग प्रकार की सामग्री देखने को मिल रही है. लेकिन इस बार बाजार सुस्त नजर आ रहा है.

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बाजार में मंदी का कारण महंगाई बताया जा रहा है. जिस वजह से व्यापारियों के चेहरे मायूस है. जीएसटी के कारण भी माल 25 फीसदी तक महंगा हुआ है. पानी में कैप्सूल डालते ही 12 तरह के अलग अलग रंग के पानी का नजारा, गुलाल पिचकारी, हर्बल गुलाल लोगों के लिए इस बार होली के पर्व पर काफी लुभा रही है. आकाशीय कलर फाग फाइटर रंगों की बरसात करेगा, तो इस बार मिसाइल और टैंक से भी रंग की गोली चलेगी.

त्रिपोलिया बाजार के व्यापारी सीताराम रंगवाला ने बताया कि बीते साल होली के कई दिनों पहले से रंग, गुलाल की मांग आती थी. इस बार बाजार में जीएसटी और अन्य वजहों से रुपयों की रोटेशन के चलते लोग माल खरीदने पर इस पर्व में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. डोरेमन, मोटू-पतलू, कार्टून वाली पिचकारियां बच्चे पसंद कर रहे हैं. हर्बल रंगों का फाग फाइटर भी लोगों को लुभा रहा है. वहीं आर्गेनिक गुलाल के पैकेट भी लोग एक दूसरे को गिफ्ट देने के लिए खरीद रहे हैं.

Intro:जयपुर- उमंग और उल्लास का पर्व होली के त्यौहार में महज दो दिन रह गए है लेकिन इसके रंग बाजारों सहित लोगों पर अभी से चढ़ने लगे है। बाजारों में गुलाल, पिचकारी सहित अलग अलग प्रकार की सामग्री देखने को मिल रही है लेकिन इस बार बाजार सुस्त नजर आ रहा है। इसका मुख्य कारण महंगाई बताया जा रहा है। जिस वजह से व्यापारियों के चेहरे मायूस है। जीएसटी के कारण भी माल 25 प्रतिशत तक महंगा हुआ है।

पानी में कैप्सूल डालते ही 12 तरह के अलग अलग रंग के पानी का नजारा, गुलाल पिचकारी, हर्बल गुलाल लोगों के लिए इस बार होली के पर्व पर काफी लुभा रही है। बाजार में अलग-अलग किस्म का रंग आया है। इसकी खास बात यह है कि सूखने के साथ ही कुछ देर बाद शरीर से गायब हो जाएगा। वहीं इसका कोई नुकसान भी नहीं है। आकाशीय कलर फाग फाइटर रंगों की बरसात करेगा, तो इस बार मिसाइल और टैंक  से भी रंग की गोली चलेगी। 

त्रिपोलिया बाजार के व्यापारी सीताराम रंगवाला ने बताया कि बीते साल होली के कई दिनों पहले से रंग, गुलाल की मांग आती थी। इस बार बाजार में जीएसटी और अन्य वजहों से रुपयों की रोटेशन के चलते लोग माल खरीदने पर इस पर्व में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। बीते साल 50 लाख से ज्यादा का कारोबार शहर में हुआ था इस बार यह कारोबार महज 30 लाख रुपए तक रह गया है।


Body:पिचकारियों के नाम खास 
रंग और पिचकारी की बाजार में रौनक बढ़ी हुई है। इस बार पिचकारी के रेंज और नाम भी नए-नए हैं। तमाम पिचकारियों के नाम मिसाइल, टैंक के नाम खास हैं। डोरेमन, मोटू पतलू, कार्टून वाली पिचकारियों बच्चे पसंद कर रहे हैं। हर्बल रंगों का फाग फाइटर भी लोगों को लुभा रहा है। वहीं आर्गेनिक गुलाल के पैकेट भी लोग एक दूसरे को गिफ्ट देने के लिए खरीद रहे हैं। रंगों से चेहरा बचाने के लिए होली पर बच्चों में सबसे ज्यादा बुढिय़ा के बाल, बब्बर शेर के मुखौटा तो युवाओं को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और  योगी आदित्यनाथ का मुखौटा अधिक भा रहा है।

रेट लिस्ट
पिचकारी-10 रुपए से लेकर 1500 रुपए तक
गुलाल- 100 से 200 रुपए किलो
साधारण गुलाल-200 रुपए के पांच पैकेट
कैप्सूल-50 रुपए 
अरारोट गुलाल-100 रुपए किलो
गुलाल गन-250 रुपए से शुरू 


Conclusion:
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