जयपुर. पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट इन दिनों किसान सम्मेलन के बहाने जनता के बीच में हैं. इस दौरान पायलट पेपर लीक मामले सहित कई मुद्दों को लेकर अपनी सरकार को निशाने पर भी ले रहे हैं. पायलट और गहलोत के बीच चल रहे शब्द बाण पर बीजेपी पायलट के साथ खड़ी हो गई है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पायलट का समर्थन करते हुए कहा कि पायलट के साथ जो भीड़ इकट्ठी हो रही है वह उनके साथ सहानुभूति के चलते है. यह गाड़ी ऐसे ही चली, तो चुनाव के एक साल पहले ही सरकार डूब सकती है.
सचिन कर रहे सरकार को डेमेज: कटारिया ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने बहुत कोशिश की, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट एक नहीं हो रहे हैं. इन दोनों नेताओं में जिस तरह की दूरियां बन चुकी हैं, उससे उनके बीच 36 का आंकड़ा बन चुका है. कटारिया ने कहा कि सचिन पायलट दिल्ली के नेताओं के दिए गए आश्वासन पर इतने दिन तक चुप रहे, लेकिन जब लगा कि अब केंद्र आश्वासन पर कुछ नहीं करने वाला, तो उन्होंने अब सीधा फील्ड में आकर अशोक गहलोत और उनकी सरकार को डेमेज करने का काम शुरू कर दिया. कटारिया ने कहा जिस तरह की दूरियां इन दोनों नेताओं में बन चुकी है, उसे अब कोई खत्म नहीं कर सकता.
जनता को नुकसान हो रहा: कटारिया ने कहा कि जिस तरह से दोनों नेताओं में 36 का आंकड़ा चल रहा है, वह कांग्रेस पार्टी के लिए घातक तो है ही, लेकिन जब तक ये सरकार चलेगी उसका खामियाजा राजस्थान की जनता भी उठाएगी. कटारिया ने कहा कि जो आरोप पायलट लगा रहे हैं, वही आरोप हम पहले ही लगा चुके हैं. कटारिया ने कहा आखिर ये पेपर निकलता कहां से है. छोटे लोगों पर कार्रवाई करने से कुछ नहीं होगा. असली चाबी कौन है, इस पर करवाई करने की जरूरत है.
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मैदान में आमने-सामने है: कटारिया ने कहा कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट आमने-सामने आ गए हैं और जनता का समर्थन पायलट को मिल रहा है. यह सहानुभूति का असर है. जिस तरह की भाषा का उपयोग अशोक गहलोत ने अपने साथी सचिन पायलट के लिए किया, उससे पायलट के साथ समर्थन जुड़ रहा है. कटारिया ने कहा कि पायलट की गाड़ी इसी तरह तेजी से चली तो बीच रास्ते में कांग्रेस की सरकार कभी भी डूब सकती है, बिना 1 साल के इंतजार के.