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जयपुर: हिट हुई हाउसिंग बोर्ड की प्लानिंग, हर सप्ताह मिल रहा करोड़ों का राजस्व

राजस्थान आवासन मंडल को मंदी के दौर में करोड़ों रुपए का राजस्व प्राप्त हो रहा है. कई सालों से नहीं बिक रहे मकानों को बेचने के लिए बनाई प्लानिंग के बाद हर सप्ताह आवासन मंडल को करोड़ों की आय हो रही है. नीलामी उत्सव में बुधवार को प्रदेश भर में 224 आवासीय और व्यवसायिक संपत्तियों का विक्रय हुआ. जिससे मंडल को 36 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है.

राजस्थान आवासन मंडल, Rajasthan Housing Board
राजस्थान आवासन मंडल
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Published : Jan 30, 2020, 3:10 AM IST

जयपुर. राजस्थान आवासन मंडल की स्वर्ण जयंती उपहार योजना हिट हो रही है. इसे खरीददारों का व्यापक समर्थन भी मिल रहा है. इसी कड़ी में बुधवार को प्रदेश में 224 आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियों का विक्रय हुआ. जिससे मंडल को 36 करोड़ रुपए का राजस्व मिला. मंडल की स्वर्ण जयंती उपहार योजना के तहत 35 खरीदारों को लॉटरी के जरिए एक्टिवा स्कूटर दिया गया. जबकि योजना के तहत सभी खरीददारों को निश्चित उपहार के रूप में मिक्सर ग्राइंडर उपलब्ध कराया गया.

हिट हुई हाउसिंग बोर्ड की प्लानिंग

जानकारी के अनुसार बुधवार को स्वर्ण जयंती उपहार योजना के तहत जयपुर वृत प्रथम, द्वितीय और तृतीय में 166 संपत्ति बिकी, जिससे 29 करोड़ का राजस्व मिला. जबकि जोधपुर वृत प्रथम और द्वितीय में 20 संपत्तियां बिकी, जिससे 3 करोड़ का राजस्व मिला.

पढ़ें- मंत्री हरीश चौधरी की हनुमान बेनीवाल को नसीहत, कहा- वे किसानों के लिए राजनीति करें, किसानों पर नहीं

इसके अलावा बीकानेर वृत में 15 संपत्तियों से 2 करोड़, उदयपुर वृत में 15 संपत्तियों से एक करोड़ 75 लाख और अलवर वृत में 8 संपत्तियां बिकी, जिससे 70 लाख का राजस्व मिला. वहीं झूलेलाल मार्केट में बिकी 59 दुकानों को भी स्वर्ण जयंती उपहार योजना में शामिल किया गया. साथ ही आवासन मंडल की प्लानिंग से हर सप्ताह मंडल को करोड़ों रुपए का राजस्व प्राप्त हो रहा है और सालों से नहीं बिक रहे मकान भी धड़ाधड़ बिक रहे हैं.

जयपुर. राजस्थान आवासन मंडल की स्वर्ण जयंती उपहार योजना हिट हो रही है. इसे खरीददारों का व्यापक समर्थन भी मिल रहा है. इसी कड़ी में बुधवार को प्रदेश में 224 आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियों का विक्रय हुआ. जिससे मंडल को 36 करोड़ रुपए का राजस्व मिला. मंडल की स्वर्ण जयंती उपहार योजना के तहत 35 खरीदारों को लॉटरी के जरिए एक्टिवा स्कूटर दिया गया. जबकि योजना के तहत सभी खरीददारों को निश्चित उपहार के रूप में मिक्सर ग्राइंडर उपलब्ध कराया गया.

हिट हुई हाउसिंग बोर्ड की प्लानिंग

जानकारी के अनुसार बुधवार को स्वर्ण जयंती उपहार योजना के तहत जयपुर वृत प्रथम, द्वितीय और तृतीय में 166 संपत्ति बिकी, जिससे 29 करोड़ का राजस्व मिला. जबकि जोधपुर वृत प्रथम और द्वितीय में 20 संपत्तियां बिकी, जिससे 3 करोड़ का राजस्व मिला.

पढ़ें- मंत्री हरीश चौधरी की हनुमान बेनीवाल को नसीहत, कहा- वे किसानों के लिए राजनीति करें, किसानों पर नहीं

इसके अलावा बीकानेर वृत में 15 संपत्तियों से 2 करोड़, उदयपुर वृत में 15 संपत्तियों से एक करोड़ 75 लाख और अलवर वृत में 8 संपत्तियां बिकी, जिससे 70 लाख का राजस्व मिला. वहीं झूलेलाल मार्केट में बिकी 59 दुकानों को भी स्वर्ण जयंती उपहार योजना में शामिल किया गया. साथ ही आवासन मंडल की प्लानिंग से हर सप्ताह मंडल को करोड़ों रुपए का राजस्व प्राप्त हो रहा है और सालों से नहीं बिक रहे मकान भी धड़ाधड़ बिक रहे हैं.

Intro:जयपुर - राजस्थान आवासन मंडल को मंदी के दौर में करोड़ों रुपए का राजस्व प्राप्त हो रहा है। कई सालों से नहीं बिक रहे मकानों को बेचने के लिए बनाई प्लानिंग के बाद हर सप्ताह आवासन मंडल को करोड़ों की आय हो रही है। आज बुधवार नीलामी उत्सव में प्रदेश भर में 224 आवासीय और व्यवसायिक संपत्तियों का विक्रय हुआ। जिससे मंडल को 36 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ।


Body:आवासन मंडल की स्वर्ण जयंती उपहार योजना हिट हो रही है। इसे खरीददारों का व्यापक समर्थन भी मिल रहा है। इस बुधवार को प्रदेश में 224 आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियों का विक्रय हुआ। जिससे मंडल को 36 करोड़ रुपए का राजस्व मिला। मंडल की स्वर्ण जयंती उपहार योजना के तहत 35 खरीदारों को लॉटरी के जरिये एक्टिवा स्कूटर दिया गया। जबकि योजना के तहत सभी खरीददारों को निश्चित उपहार के रूप में मिक्सर ग्राइंडर उपलब्ध कराया गया।

जानकारी के अनुसार बुधवार को स्वर्ण जयंती उपहार योजना के तहत जयपुर वृत प्रथम, द्वितीय और तृतीय में 166 संपत्ति बिकी। जिससे 29 करोड़ का राजस्व मिला। जबकि जोधपुर वृत प्रथम और द्वितीय में 20 संपत्तियां बिकी। जिससे 3 करोड़ का राजस्व मिला। इसके अलावा बीकानेर वृत में 15 संपत्तियों से 2 करोड़, उदयपुर वृत में 15 संपत्तियों से एक करोड़ 75 लाख और अलवर वृत में 8 संपत्तियां बिकी। जिससे 70 लाख का राजस्व मिला। वहीं झूलेलाल मार्केट में बिकी 59 दुकानों को भी स्वर्ण जयंती उपहार योजना में शामिल किया गया।


Conclusion:आवासन मंडल की प्लानिंग से हर सप्ताह मंडल को करोड़ों रुपए का राजस्व प्राप्त हो रहा है। और सालों से नहीं बिक रहे मकान भी धड़ाधड़ बिक रहे हैं।
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