जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को मेवाड़ के दौरे पर रहे. इस दौरान गहलोत ने महंगाई राहत कैंप का जायजा लेने के साथ ही राहुल गांधी की अगवानी भी की. इस बीच गहलोत के भीलवाड़ा दौरे पर एक तस्वीर को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर साझा किया गया. सचिन पायलट की अजमेर में राजस्थान लोक सेवा आयोग के दफ्तर से पैदल यात्रा के ऐलान के बाद इस तस्वीर के मायने और यहां कही गई बात को लेकर राजनीति के गलियारों में काफी चर्चा भी है.
दरअसल, भीलवाड़ा के दो कांग्रेस नेताओं के बीच की तकरार ने जिले में पार्टी के लिए चुनौती पैदा कर दी थी. राजस्व मंत्री रामलाल जाट और एआईसीसी के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर की दूरियों को लेकर जिला कांग्रेस में कई किस्से कहे जा रहे थे. लेकिन, मंगलवार को जारी की गई तस्वीर में दोनों नेता एक-दूसरे का मुंह मीठा करवाते हुए नजर आए. इस तस्वीर को पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी री-ट्वीट किया है, जिस पर लिखा गया है कि मतभेद थे, मनभेद नहीं, मुंह मीठा, गिले शिकवे दूर. जाहिर है कि सोशल मीडिया पर यह पैगाम मेवाड़ की आने वाली सियासी तस्वीर को बयान कर रहा है.
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धीरज गुर्जर का कद बढ़ाने की कवायदः अपने भीलवाड़ा दौरे के दौरान संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने धीरज गुर्जर का जिक्र किया. गुर्जर पहले जहाजपुर से विधायक रहे हैं और फिलहाल राष्ट्रीय सचिव होने के साथ-साथ प्रियंका गांधी के साथ उत्तर प्रदेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. ऐसे में गहलोत ने धीरज गुर्जर के एनएसयूआई के दौर को याद करते हुए कहा कि पार्टी अध्यक्ष डोटासरा जी ने मजाक में कहा था कि धीरज गुर्जर हमारे हाईकमान हैं, लेकिन यह बात मजाक की नहीं है. गुर्जर को मेहनत की वजह से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पसंद करते हैं. गहलोत ने जनता से अपील करते हुए कहा कि अगली बार क्षेत्र की नुमाइंदगी करने के लिए गुर्जर को मौका दें. सियासी गलियारों में चर्चा है कि मुख्यमंत्री सचिन पायलट के विकल्प के रूप में धीरज गुर्जर का कद बढ़ाकर उन्हें आगे लाना चाहते हैं, ऐसे वक्त में यह कवायद इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण हैं कि सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार के मसले पर अपनी ही सरकार के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है.
बीकानेर में भी मिलाया नेताओं कोः भीलवाड़ा से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बीकानेर दौरे पर भी एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें जिले के दो बड़े नेताओं के बीच की दूरियों को पाटने की कोशिश की गई थी. मामला पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी और आपदा राहत मंत्री गोविंद मेघवाल के बीच की दूरियों का था. यहां तक कि बीकानेर में बीते दिनों डूडी की ओर से आयोजित किए गए किसान सम्मेलन में भी मेघवाल ने शिरकत नहीं की थी. ऐसे हालात में दोनों नेताओं को साथ लेकर हेलीकॉप्टर में खींची गई एक तस्वीर को साझा किया गया था. इस तस्वीर में डोटासरा की मौजूदगी में दोनों नेता एक-दूसरे का मुंह मीठा करवा रहे थे. माना जा रहा है कि चुनावी साल में पार्टी के अन्तर्द्वन्द से जूझ रही कांग्रेस अब नेताओं के बीच का मनमुटाव दूर करने में जुटे हैं.