जयपुर. टोंक जिले के नगरफोर्ट थाना इलाके में ट्रैक्टर ड्राइवर की मौत का मामला अब मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस पूरे मामले की तथ्यात्मक जांच करने के लिए अजमेर संभागीय आयुक्त लक्ष्मी नारायण मीणा को तत्काल प्रभाव से घटनास्थल पर जाकर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं.
दरअसल, अलवर की थानागाजी में महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में काफी किरकिरी झेल चुकी राजस्थान की गहलोत सरकार अब किसी भी मामले में कोताही नहीं बरतना चाहती है, यही वजह है कि 2 दिन पहले टोंक जिले के नगरफोर्ट थाना क्षेत्र में ट्रैक्टर ड्राइवर की मौत के मामले पर संज्ञान लेते हुए गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव स्वरूप से भी पूरे मामले की जानकारी मांगी, साथ ही पूरे मामले की वस्तु स्थिति रिपोर्ट तैयार करने के लिए अजमेर की संभागीय आयुक्त को तत्काल प्रभाव से घटनास्थल पर रवाना किया है.
बता दें, टोंक जिले के नगर फोर्ट इलाके में एक दिन पहले ट्रैक्टर ड्राइवर मनराज की लाश मिली थी. पुलिस के अनुसार ट्रैक्टर अवैध बजरी खनन करके लेकर जा रहा था. ट्रैक्टर का अचानक नियंत्रण बिगड़ जाने से वह खाई में जा गिरा जिसके चलते ड्राइवर की मौत हो गई. लेकिन, मृतक के परिवार और स्थानीय लोगों का आरोप है मनराज को उनियारा पुलिस थाने में ले जाया गया वहां पर उसके साथ पुलिस द्वारा मारपीट की गई जिसके चलते उसकी मौत हो गई.
वहीं, उनियारा थाना पुलिस इस मामले को दबाने के लिए नगरफोर्ट थाना इलाके की एक खाई में ले जाकर लाश को गिरा दिया और ट्रैक्टर को भी वहीं खाई में गिरा कर पूरे मामले को एक्सीडेंटल रूप देने की कोशिश कर रही है. मृतक के परिवारजनों और समाज के लोगों ने थाने पर विरोध प्रदर्शन किया था.