जयपुर. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया का 1 फरवरी से 6 फरवरी तक नई दिल्ली और कोटा जिले में प्रवास कार्यक्रम रहेगा. सतीश पूनिया शनिवार 1 फरवरी को सुबह 6:00 बजे जयपुर से नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे. जिसके बाद 11:00 बजे दिल्ली में होने जा रहे विधानसभा चुनाव कार्यक्रमों में भाग लेंगे.
2 फरवरी को सतीश पूनिया सुबह 4:50 बजे नई दिल्ली से कोटा के लिए रवाना होंगे. 10:35 बजे कोटा में शहर भाजपा की ओर से उनका स्वागत किया जाएगा. जिसके बाद 12:00 बजे कोटा में विद्यार्थी परिषद की ओर से आयोजित पूर्व कार्यकर्ता सम्मेलन में पूनिया भाग लेंगे. इसके बाद फिर कोटा से नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे. जहां पर 3 फरवरी से 6 फरवरी तक दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव कार्यक्रमों में भाग लेंगे.
सतीश पूनिया ने आमेर विधानसभा क्षेत्र का किया दौरा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने शुक्रवार को आमेर विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया. पूनिया ने अपने विधानसभा क्षेत्र में कराए गए विभिन्न विकास कार्यों का जायजा लिया. साथ ही कुंडा क्षेत्र में बोरिंग का उद्घाटन किया और पानी, सड़क की सुविधाओं के विस्तार के लिए लोगों से चर्चा की. पूनिया ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी भवन का निरीक्षण कर पुराने जर्जर भवन के स्थान पर नए भवन के निर्माण का भी आश्वासन दिया.
पढ़ें- विधायक किस तरह के सवाल पूछ सकता है, इसको लेकर Speaker ने जारी किए दिशा-निर्देश
इस दौरान पूनिया ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री गहलोत स्वयं गृहमंत्री भी है. लेकिन उनसे प्रदेश की कानून व्यवस्था नहीं संभाली जा रही. अपराधी बेखौफ होकर अपराध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में बजरी खनन माफिया सरकार से भी ज्यादा ताकतवर हो चुके हैं. वे अपने वाहनों से सामान्य जन से लेकर पुलिस तक को कुचलने में नहीं चूकते हैं.
उन्होंने कहा कि धौलपुर जिले में बाड़ी सदर थाना क्षेत्र के पगोली गांव के जंगलों में बजरी माफियाओं और पुलिस के बीच हुई फायरिंग में पुलिस की गोली लगने से बजरी की ट्रॉली में सवार एक नाबालिक की मौत बहुत चिंताजनक है. पूनिया ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को लगभग 13 महीने हो चुके हैं. इतने कम समय में ही सरकार ने जनता का विश्वास खो दिया है. प्रदेश में अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है.
पढ़ें- गहलोत सरकार V/S कांग्रेस विधायक: कहा- ऐसा ही चलता रहा तो इस्तीफा दे दूंगा
सतीश पूनिया ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अब तो सरकार के विधायक और मंत्री भी सरकार के कार्यों से निराश है, जिसके चलते खुलेआम सरकार के कार्यों पर सवाल उठाने लगे हैं. उन्होंने कहा कि टोडाभीम के विधायक प्रति विराज मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जनहित के काम नहीं कराने का आरोप लगाया है. इसी तरह कुछ दिन पहले ही कोटा में हुई बच्चों की मौतों पर भी सरकार की आंतरिक कलह सामने आई थी.
पूनिया ने कहा कि आपसी खींचतान से ग्रसित यह सरकार प्रदेश का विकास करना तो दूर कानून व्यवस्था भी नहीं संभाल सकती. सवाई माधोपुर के विधायक दानिश अबरार ने बजरी माफियाओं की कारगुजारी को बताया है. बाड़ी विधायक गिर्राज मलिंगा ने भी आरोप लगाया है कि डीआईजी बजरी प्रकरण में सम्मिलित है. सतीश पूनिया ने कहा कि ये बहुत चिंताजनक है. पिछले वर्ष सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद प्रदेश में बजरी खनन पर सीएस, एसीएस खान और डीजीपी को अवमानना नोटिस जारी किया था. उन्होंने कहा कि इस अवैध खनन में खान विभाग, परिवहन विभाग और पुलिस महकमा भी शामिल है.