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BJP targets Gehlot: महिला दुष्कर्म मामलों पर बीजेपी ने सरकार पर किया हमला, मांगा गृहमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफा

प्रदेश में लगातार महिलाओं के साथ दुष्कर्म और दुष्कर्म पीड़िताओं के आत्महत्या करने के मामले पर बीजेपी ने एक बार फिर गहलोत सरकार को निशाने पर लिया और गृहमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफा मांगा.

BJP targets Gehlot
बीजेपी ने मांगा अशोक गहलोत का इस्तीफा
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 7, 2023, 9:02 PM IST

बीजेपी ने मांगा अशोक गहलोत का इस्तीफा

जयपुर. राजस्थान में पिछले 48 घंटे में एक दर्जन से ज्यादा महिला और बच्चियों से दुष्कर्म और प्रतापगढ़ में छेड़छाड़ से तंग आकर आत्महत्या करने के मामले को लेकर भाजपा ने गहलोत सरकार को घेर लिया है. विधानसभा चुनाव में महिला सुरक्षा को मुद्दा बनाकर बीजेपी अब गृहमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफे की मांग कर रही है. बीजेपी ने कहा कि जिस तरह से इस सरकार में हर दिन बच्चियों और महिलाओं के साथ में जो अन्याय हुआ है, उससे यह प्रदेश की जनता बर्दाश्त करने वाली नहीं है. गृहमंत्री या स्वयं नैतिकता के आधार पर जिम्मेदारी लेते हुए तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दें नहीं, तो चुनाव में ज्यादा दिन दूर नहीं है, जनता उन्हें हटा देगी.

अविलंब इस्तीफा दें गृहमंत्री: बीजेपी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि ये घोषणावीर मुख्यमंत्री हैं. सीएम गहलोत को मालूम है कि सत्ता में नहीं आने वाले हैं. राजस्थान की जनता कांग्रेस सरकार के खिलाफ है, लेकिन रोज आकर कोई ना कोई घोषणा कर जाते हैं. लेकिन सीएम गहलोत इन घोषणाओं के बीच प्रदेश की महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षा देने में फेल हो गए. अरुण सिंह ने कहा कि कोटा में महिला के साथ दुष्कर्म, प्रतापगढ़ में छेड़छाड़ से तंग आकर आत्महत्या करना ये प्रदेश के गृहमंत्री पर काला धब्बा है. महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षा देने में नाकाम रहे गृहमंत्री को अविलम्ब अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.

पढ़ें: Rajasthan : प्रतापगढ़ में छेड़खानी और मारपीट से तंग आकर दो आदिवासी चचेरी बहनों ने की आत्महत्या, पुलिस ने युवकों को किया डिटेन

54 महीनों में 10 लाख से अधिक मामले : बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव अलका गुर्जर ने महिला अत्याचारों के मामले उठाते हुए कहा कि प्रतापगढ़ में छेड़खानी से दलित बच्चियां आत्महत्या कर लेती हैं. भरतपुर, कोटा समेत प्रदेश भर में महिलाएं डरी हुई हैं. गुर्जर ने कहा कि बच्चियां सिसकियां भर-भर के आत्महत्या तक के लिए मजबूर होने पड़े, तो इस गूंगी-बहरी सरकार को बार-बार जगाने के प्रयास भाजपा को करना पढ़ रहा है. लेकिन इसके बाद हम यह कहना चाहेंगे कि इसका परिवर्तन होना है.

पढ़ें: Rajasthan Assembly Election 2023 : विजन 2030 पर बोले केंद्रीय मंत्री- यह असफलता छुपाने के लिए ताश के पत्तों पर बनाया हुआ महल है

उन्होंने कहा कि प्रतापगढ़ की घटना जिसमें छेड़खानी से परेशान दलित आदिवासी दो बच्चियों आत्महत्या कर लेती हैं, भरतपुर में नाबालिग नरेगा में टिफिन देने आती है, वहां उसके साथ गैंगरेप हो जाता है. एक अन्य घटना में नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म किया जाता है. बंद कमरे में उसका वीडियो बनाया जाता है और जब वह पुलिस के पास कंप्लेंट करने जाते हैं, तो कंप्लेंट लिखी नहीं जाती. इतना ही नहीं जो अपराधी हैं, पुलिस बचाने की कोशिश करती है. गुर्जर ने कहा कि पिछले 54 महीने में 10 लाख से ज्यादा मामले महिलाओं पर अत्याचार, छेड़छाड़ और रेप के दर्ज हुए. 32000 से ज्यादा महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटना होती है, जिसमें 15000 से ज्यादा नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटना है और मुख्यमंत्री फरमाते हैं कि 56% मामले फेक होते हैं, शर्म आती है हमें ऐसी सोच पर.

बीजेपी ने मांगा अशोक गहलोत का इस्तीफा

जयपुर. राजस्थान में पिछले 48 घंटे में एक दर्जन से ज्यादा महिला और बच्चियों से दुष्कर्म और प्रतापगढ़ में छेड़छाड़ से तंग आकर आत्महत्या करने के मामले को लेकर भाजपा ने गहलोत सरकार को घेर लिया है. विधानसभा चुनाव में महिला सुरक्षा को मुद्दा बनाकर बीजेपी अब गृहमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफे की मांग कर रही है. बीजेपी ने कहा कि जिस तरह से इस सरकार में हर दिन बच्चियों और महिलाओं के साथ में जो अन्याय हुआ है, उससे यह प्रदेश की जनता बर्दाश्त करने वाली नहीं है. गृहमंत्री या स्वयं नैतिकता के आधार पर जिम्मेदारी लेते हुए तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दें नहीं, तो चुनाव में ज्यादा दिन दूर नहीं है, जनता उन्हें हटा देगी.

अविलंब इस्तीफा दें गृहमंत्री: बीजेपी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि ये घोषणावीर मुख्यमंत्री हैं. सीएम गहलोत को मालूम है कि सत्ता में नहीं आने वाले हैं. राजस्थान की जनता कांग्रेस सरकार के खिलाफ है, लेकिन रोज आकर कोई ना कोई घोषणा कर जाते हैं. लेकिन सीएम गहलोत इन घोषणाओं के बीच प्रदेश की महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षा देने में फेल हो गए. अरुण सिंह ने कहा कि कोटा में महिला के साथ दुष्कर्म, प्रतापगढ़ में छेड़छाड़ से तंग आकर आत्महत्या करना ये प्रदेश के गृहमंत्री पर काला धब्बा है. महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षा देने में नाकाम रहे गृहमंत्री को अविलम्ब अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.

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54 महीनों में 10 लाख से अधिक मामले : बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव अलका गुर्जर ने महिला अत्याचारों के मामले उठाते हुए कहा कि प्रतापगढ़ में छेड़खानी से दलित बच्चियां आत्महत्या कर लेती हैं. भरतपुर, कोटा समेत प्रदेश भर में महिलाएं डरी हुई हैं. गुर्जर ने कहा कि बच्चियां सिसकियां भर-भर के आत्महत्या तक के लिए मजबूर होने पड़े, तो इस गूंगी-बहरी सरकार को बार-बार जगाने के प्रयास भाजपा को करना पढ़ रहा है. लेकिन इसके बाद हम यह कहना चाहेंगे कि इसका परिवर्तन होना है.

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उन्होंने कहा कि प्रतापगढ़ की घटना जिसमें छेड़खानी से परेशान दलित आदिवासी दो बच्चियों आत्महत्या कर लेती हैं, भरतपुर में नाबालिग नरेगा में टिफिन देने आती है, वहां उसके साथ गैंगरेप हो जाता है. एक अन्य घटना में नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म किया जाता है. बंद कमरे में उसका वीडियो बनाया जाता है और जब वह पुलिस के पास कंप्लेंट करने जाते हैं, तो कंप्लेंट लिखी नहीं जाती. इतना ही नहीं जो अपराधी हैं, पुलिस बचाने की कोशिश करती है. गुर्जर ने कहा कि पिछले 54 महीने में 10 लाख से ज्यादा मामले महिलाओं पर अत्याचार, छेड़छाड़ और रेप के दर्ज हुए. 32000 से ज्यादा महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटना होती है, जिसमें 15000 से ज्यादा नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटना है और मुख्यमंत्री फरमाते हैं कि 56% मामले फेक होते हैं, शर्म आती है हमें ऐसी सोच पर.

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