जयपुर. राजधानी जयपुर की मालपुरा गेट थाना पुलिस ने जमीन से गड़ा हुआ धन निकालने का झांसा देकर ठगी करने वाली गैंग के इनामी बदमाश को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने बावरिया गैंग के सक्रिय बदमाश अजीत बावरिया को गिरफ्तार किया है. आरोपी रेनवाल थाने का हिस्ट्रीशीटर है. आरोपी के खिलाफ जयपुर ग्रामीण पुलिस की ओर से 5000 रुपये और 3000 रुपये के इनाम घोषित किए गए थे. आरोपी अजीत बावरिया जयपुर ग्रामीण जिले में टॉप 10 वांटेड की सूची में शामिल था और राजस्थान के अलग-अलग थानों में करीब 30 मुकदमों में वांछित चल रहा था. आरोपी करीब 7 साल से फरार चल रहा था और झुंझुनू के पास जमीन खरीदकर शेखावत बनाकर फरारी काट रहा था.
डीसीपी ईस्ट ज्ञानचंद यादव के मुताबिक पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि जयपुर ग्रामीण से 8000 रुपये का इनामी और राजस्थान के अनेक जगह से वांछित आरोपी अजीत बावरिया उर्फ गोपी झुंझुनू में नाम बदलकर फरारी काट रहा है. पुलिस की टीम ने तकनीकी विश्लेषण करके मुखबिर खास की सूचना पर आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी और उसके परिवार के सदस्य जमीन में से पुराने जमाने का गड़ा धन निकालने के नाम पर झांसा देकर ठगी करते हैं, जिनके खिलाफ सैकड़ों मुकदमें दर्ज हैं.
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आरोपी अजीत बावरिया और गैंग के सदस्य हार्डकोर अपराधी हैं. अजीत बावरिया के खिलाफ ठगी, लूट, अपहरण, मारपीट, गैंगरेप समेत अन्य मामले दर्ज हैं. आरोपी का परिवार गड़ा धन निकालने का झांसा देकर ठगी की वारदातों को अंजाम देने का काम करता है. आरोपी जयपुर ग्रामीण जिले के टॉप 10 वांटेड बदमाशों की सूची में शामिल है. अलग-अलग थानों में करीब 30 मुकदमों में वांछित चल रहा था. वहीं, न्यायालय के 15 गिरफ्तारी वारंटों में भी फरार चल रहा था.
पुलिस की स्पेशल टीम ने एडीसीपी ईस्ट सुमन चौधरी और एसीपी सांगानेर विनोद कुमार शर्मा के निर्देशन में आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी अजीत बावरिया नाम बदलकर झुंझुनू के गुढा गोड़जी गांव में फरारी काट रहा था. आरोपी गड़े हुए धन का झांसा देकर सैकड़ों लोगों को ठगी का शिकार बन चुके हैं. ऐसे में पुलिस प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि किसी भी तरह के गड़े धन के लालच में नहीं आएं.