जयपुर. तेज धूप और आसमान से बरसते अंगारों के बीच अब राजस्थान के लोगों को बेसब्री से मानसून का इंतजार है, लेकिन अब भी यह साफ नहीं हो सका है कि आखिर प्रदेश में मानसून की एंट्री कब होगी. मौसम विभाग की मानें तो अरब सागर में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बिपोर्जॉय ने मानसून की चाल को रोक रखा है. यही वजह है कि राजस्थान में मानसून की दस्तक में अभी और वक्त लग सकता है.
जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि अरब सागर में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है. जिसकी वजह से मानसून की राजस्थान में एंट्री स्पष्ट नहीं हो पा रही है. ऐसे में यहां मानसून की एंट्री में देरी हो सकती है. साथ ही उन्होंने कहा कि मानसून की राजस्थान में एंट्री को लेकर स्थिति साफ होने पर पूर्वानुमान जारी किया जाएगा, हालांकि, अनुमान लगाया जा रहा है कि जून के आखिरी या जुलाई के शुरुआत में प्रदेश में मानसून दस्तक दे सकती है.
इसे भी पढ़ें - बीकानेर में बदला मौसम का मिजाज, तेज हवाओं के साथ बारिश के बीच कई जगह गिरे ओले
उन्होंने बताया कि केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं, लेकिन राजस्थान में इसकी एंट्री जुलाई में होने की संभावना है. फिलहाल जयपुर समेत अन्य जगहों पर तेज गर्मी और उमस बनी हुई है. आगामी दिनों में मौसम शुष्क रहने और तापमान में बढ़ोतरी की संभावना जताई गई. मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को जयपुर, अजमेर, नागौर, टोंक, सीकर, दौसा भरतपुर, करौली, बूंदी, कोटा, बारां, धौलपुर, सवाई माधोपुर समेत अन्य जगहों पर मेघ गर्जन और आकाशीय बिजली के साथ बारिश होने की संभावना है. वहीं, 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की भी संभावना जताई गई. मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि मेघ गर्जन के समय लोग सुरक्षित स्थानों पर रहे. पेड़ों के नीचे न खड़े हों और मौसम सामान्य होने की प्रतीक्षा करें.