जयपुर. मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जयपुर जिला प्रशासन की ओर से 26 अक्टूबर से चलाए जा रहे 'शुद्ध के लिए युद्ध अभियान' में लगातार खाद्य निरीक्षकों की टीम कार्रवाई कर रही है. अब इस अभियान की गति धीमी हो गई है.
अतिरिक्त जिला कलेक्टर चतुर्थ और अभियान के प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि जिला कलेक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने उपभोक्ताओं को शुद्ध खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने की सुनिश्चितता के लिए चार टीमों का गठन किया है. जिला स्तरीय प्रबन्ध समिति का भी गठन किया गया है. यह समिति जांच दलों द्वारा की गई कार्रवाई, दर्ज एफआईआर सहित इसके सभी पक्षों की समीक्षा करेगी.
उन्होंने बताया कि अभियान के अंतर्गत दूध से बने उत्पादों को जैसे- मावा, पनीर, अन्य दूध उत्पादों की जांच, आटा-बेसन, खाद्य तेल और घी, सूखे मेवा, मसाले, बाट और माप की जांच को प्राथमिकता दी जायेगी. जांच दलों में उपखण्ड अधिकारी, पुलिस निरीक्षक, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, विधिक-माप विज्ञान अधिकारी सहित अन्य अधिकारियोें का एक संयुक्त दल बनाया गया है.
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इस दल द्वारा खाद्य पदार्थों का समय पर निरीक्षण कर नमूना लिया जायेगा और नमूनों की फूड टेस्टिंग लैब में जांच करवाकर आवश्यक विधिक कार्रवाई आरोपियों पर की जाएगी. बता दें, रविवार को हुई समीक्षा बैठक में मंत्री परसादी लाल मीणा और टीकाराम जूली ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के प्रभारी अतिरिक्त जिला कलेक्टर चतुर्थ अशोक कुमार को मिलावटखोरों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.