हनुमानगढ़. आमतौर पर पूरे देश में महिलाओं और लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं काफी बढ़ रही हैं. इन घटनाओं में कमी लाई जा सकती है. अगर महिलाएं और लड़कियां खुद अपनी रक्षा करना सीख लें.
इसी सोच के साथ हनुमानगढ़ पुलिस द्वारा महिलाओं और लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जा रहे हैं. महिला पुलिस की प्रशिक्षित महिला कांस्टेबलों द्वारा अलग-अलग स्कूलों और संस्थाओं में जा-जाकर लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जा रहे हैं. महिला पुलिस थाना अधिकारी गायत्री चौधरी का मानना है कि अगर लड़कियां और महिलाएं खुद की रक्षा खुद से कर सकें तो अपराध में कमी आ सकती है. लड़कियां और महिलाएं छेड़छाड़ की घटना होने के बाद मनचलों को सबक सिखा सकती हैं. अगर वह आत्मरक्षा के गुर सीख लें.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से अलवर गैंग रेप का मामला सामने आया है. देश के किसी कोने में नाबालिक, महिला और लड़कियों के साथ ज्यादती के मामले सामने आते हैं. उनसे निपटने के लिए जरूरी है कि महिला और लड़कियां आत्मरक्षा के गुर सीखे और अपनी रक्षा खुद करें.
आत्मरक्षा के गुर सीखने के बाद लड़कियों और महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है. उनका मानना है कि इस तरह की ट्रेनिंग से उनमें एक हौसला बढ़ेगा. वह अपनी रक्षा खुद कर सकेंगी और मनचलों को सबक सिखा सकेंगी.
उन्होंने कहा कि जिस इस तरह से आत्मरक्षा के गुर सीख कर लड़कियों और महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ रहा है. उसे साफ है कि मनचलों को आसानी से सबक सिखाया जा सकेगा. साथ ही यौन शोषण के दो मामले बढ़ रहे हैं. उनमें कहीं ना कहीं कमी लाई जा सकती है.