हनुमानगढ़. राजस्थान के हनुमानगढ़ जंक्शन में अपनी पूर्व की चेतावनी के चलते किसानों ने सोमवार को जिला कलेक्टर के सामने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया. किसानों का आरोप है कि सरकार जो उनकी जमीन नेशनल हाईवे 754 के लिए एक्वायर कर रही है, उसका पूरा मुआवजा नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने साफ कहा कि वे तब तक धरना समाप्त नहीं करेंगे जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं.
गौरतलब है कि किसान पंजाब के अमृतसर से गुजरात के जामनगर तक बनने वाले नेशनल एक्सप्रेस हाईवे 754 का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस हाईवे को बनाने के लिए जो जमीन सरकार किसानों से ले रही है उसका उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है. बता दें कि इससे पहले भी किसानों ने कई बार प्रशासन और सरकार को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया था कि उनकी जमीनों के दाम जो सरकार लगा रही है वह बहुत कम है. इस भाव में भी वे अपनी जमीन हरगिज नहीं देंगे, क्योंकि सरकार डीएलसी की दरों के तहत ही उनकी जमीन का भाव कर रही है. लेकिन किसान बाजार रेट से चार गुना अधिक भाव की मांग कर रहे हैं.
पहले भी दी थी चेतावनी
इस बाबत सैकड़ों किसानों ने पहले भी धरना-प्रदर्शन और आंदोलन किया था. चार दिन पहले भी जिला कलेक्टर को ज्ञापन के माध्यम से चेताया था कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे जिला कलेक्टर के सामने धरना शुरू करेंगे. इस चेतावनी के चलते आज सैकड़ों किसानों ने जिला कलेक्ट्रेट के सामने धरना शुरू कर दिया और एक स्वर में आवाज लगाई कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं तब तक उनका यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.
चक्का जाम और भूख हड़ताल की चेतावनी
वहीं, इस प्रदर्शन के बाद किसानों ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा और मांग की कि सरकार जल्द ही उनकी जमीन का अवार्ड जारी करे, नहीं तो वे अब आगामी तीन-चार दिनों में चक्का जाम करेंगे और भूख हड़ताल करेंगे. अब देखना होगा कि इस चेतावनी के बाद सरकार और प्रशासन का क्या रुख रहता है.