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हनुमानगढ़ : कोरोना संक्रमण के बीच प्रशासन ने लोगों से घरों में रहकर छठ मनाने का किया आग्रह

हनुमानगढ़ में जिला प्रशासन और पूर्वांचल समाज के लोगों के बीच हुई बैठक के बाद ये निर्णय लिया गया कि इस बार छठ पूजा लोग घरों में ही करेंगे. छठ महोत्सव पर घाटों पर भारी भीड़ इकट्ठा ना हो और सरकार की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है.

chhath puja,  chhath puja 2020
छठ पूजा पर कोरोना का प्रभाव
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Published : Nov 17, 2020, 8:10 PM IST

हनुमानगढ़. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इस बार छठ पूजा लोग घरों में ही करेंगे. जिला प्रशासन और पूर्वांचल समाज के लोगों के बीच हुई बैठक के बाद ये निर्णय लिया गया. छठ पूजा पर घाटों पर भारी भीड़ इकट्ठा ना हो और सरकार की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है. कलक्ट्रेट परिसर में एसडीएम कपिल यादव ने पूर्वांचल समाज के लोगों के साथ बैठक की और घरों पर ही छठ का पर्व मनाने की बात लोगों से कही.

पढ़ें: हनुमानगढ़ : पूर्वांचल वासियों ने सिंचाई विभाग का किया घेराव, छठ घाट बनाने की मांग

एसडीएम कपिल यादव ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि नहरों में पूजा सामग्री फेंकने पर रोक है. जलीय स्त्रोंतों को स्वच्छ रखने के लिहाज से सभी को सतर्क और जागरूक होने की जरूरत है. वहीं नहरों पर छठ के दौरान भीड़ एकत्रित नहीं हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने ईंट-भट्ठा संचालकों को भी पाबंद किया है कि ईंट भट्ठों पर काम करने वाले मजदूरों को इस बात के लिए समझाया जाए.

बैठक में तहसलीदार व पंचायत समिति के विकास अधिकारी को भी आदेश दिए गए हैं कि वो अपने क्षेत्रों में नहरों और तालाबों पर भीड़ इकट्ठा ना होनें दे. दिवाली के छह दिन बाद छठ महोत्सव मनाया जाता है. इसमें पूर्वांचल समाज के लोग जल में खड़े होकर उगते और डूबते सूर्य को अर्घ देते हैं. हनुमानगढ़ में बिहार के काफी लोग हैं जो ईंट भट्ठों पर काम करते हैं. ऐसे में जिला प्रशासन के लिए छठ के दिन सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखना अपने आप में चुनौती भरा काम होगा.

हनुमानगढ़. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इस बार छठ पूजा लोग घरों में ही करेंगे. जिला प्रशासन और पूर्वांचल समाज के लोगों के बीच हुई बैठक के बाद ये निर्णय लिया गया. छठ पूजा पर घाटों पर भारी भीड़ इकट्ठा ना हो और सरकार की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है. कलक्ट्रेट परिसर में एसडीएम कपिल यादव ने पूर्वांचल समाज के लोगों के साथ बैठक की और घरों पर ही छठ का पर्व मनाने की बात लोगों से कही.

पढ़ें: हनुमानगढ़ : पूर्वांचल वासियों ने सिंचाई विभाग का किया घेराव, छठ घाट बनाने की मांग

एसडीएम कपिल यादव ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि नहरों में पूजा सामग्री फेंकने पर रोक है. जलीय स्त्रोंतों को स्वच्छ रखने के लिहाज से सभी को सतर्क और जागरूक होने की जरूरत है. वहीं नहरों पर छठ के दौरान भीड़ एकत्रित नहीं हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने ईंट-भट्ठा संचालकों को भी पाबंद किया है कि ईंट भट्ठों पर काम करने वाले मजदूरों को इस बात के लिए समझाया जाए.

बैठक में तहसलीदार व पंचायत समिति के विकास अधिकारी को भी आदेश दिए गए हैं कि वो अपने क्षेत्रों में नहरों और तालाबों पर भीड़ इकट्ठा ना होनें दे. दिवाली के छह दिन बाद छठ महोत्सव मनाया जाता है. इसमें पूर्वांचल समाज के लोग जल में खड़े होकर उगते और डूबते सूर्य को अर्घ देते हैं. हनुमानगढ़ में बिहार के काफी लोग हैं जो ईंट भट्ठों पर काम करते हैं. ऐसे में जिला प्रशासन के लिए छठ के दिन सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखना अपने आप में चुनौती भरा काम होगा.

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