हनुमानगढ़. शहर के नजदीकी गांव मक्कासर से लापता नाबालिग बच्ची का करीब एक माह बाद भी पुलिस पता नहीं लगा पाई है. जिसके चलते ग्रामीणों में पुलिस कार्यशैली के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है.
नामजद एफआईआर, धरने-प्रदर्शन करने के बावजूद भी हनुमानगढ़ जक्शन पुलिस बच्ची का पता नहीं लगा पाई है. जिसके चलते भारत की जनवादी नौजवान सभा और गुमशुदा बच्ची के परिजनों ने पुलिस कार्यशैली के खिलाफ आक्रोशस्वरूप एसपी कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए एसपी का पुतला फूंका. इस दौरान DYFI के जनप्रतिनिधियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि, अगर 5 दिनों में बच्ची को बरामद कर शीघ्र ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो जन आंदोलन किया जाएगा.
बच्ची के परिजनों ने जानकारी देते हुए, बताया कि उनकी नाबालिग बेटी को गांव का ही एक युवक बहलाफुसला कर घर से ले गया. जिसके बाद उन्होंने संजय नाम के युवक पर FIR भी करवाई, लेकिन आजतक पुलिस उनकी बेटी का पता नहीं लगा पाई है. बता दें कि कुछ समय पूर्व में भी इसी गांव मक्कासर से एक नाबालिग बच्ची गायब हो गई थी, जिस पर भी महीनों ग्रामीणों और परिजनों की ओर से धरने-प्रदर्शन करने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की थी, अभी वो मामला शांत भी नहीं हुआ कि, अब एक बार फिर लोग बच्ची की बरामदगी के लिए सड़कों पर उतर पड़े है. बार-बार होती घटनाओं और पुलिस के ढीले रवैये से लोगों में भय और आक्रोश है.
ऑपरेशन मिलाप में गुमशुदा बच्चों को परिवार से मिलाया
अजमेर के नसीराबाद में जिला पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र के निर्देशन में 1 फरवरी से 28 फरवरी तक गुमशुदा नाबालिग बच्चों की तलाश में चलाए जा रहे विशेष अभियान ऑपरेशन मिलाप के दौरान नया गांव कास्या के पास एक मंदबुद्धि लड़का टहलता मिला.
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सदर थाना सी आई राजेश मीणा ने बताया कि उक्त मंदबुद्धि से पूछताछ की तो वो अपने माता पिता के बारे में सही नहीं बता पा रहा था, जिस पर बाल कल्याण अधिकारी शंकर सिंह और टीम की ओर से बालक के बारे में सूचना संकलित कर मामूलात में हुलिए के आधार पर बाबूलाल पुत्र अर्जुन राम निवासी मारोठ थाना जिला नागौर के रूप में होने पर पता लगा उक्त बालक के सम्बंध में एमपीआर नंबर 01/2021 थाना मारोठ में दर्ज होना सामने आया. जिस पर पिता अर्जुन राम को सदर ने सूचना देकर बुलाया और आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज का अवलोकन कर गुमशुदा बाबूलाल को पिता अर्जुन राम के साथ रुकसत किया गया.