हनुमानगढ़. जिले में ईटीवी भारत की खबर का एक बार फिर से असर देखने को मिला है. गंभीर बीमारी अप्लास्टिक एनीमिया से पीड़ित एक गरीब बच्चे को इलाज के लिए करीब 14 लाख लिए दर-दर भटकना पड़ रहा था. जिसके चलते बच्चे के पिता ने राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की मांग की थी.
जिले के रावतसर में रहने वाला 14 वर्षीय हर्ष अप्लास्टिक एनीमिया बीमारी से ग्रसित है. डॉक्टर के अनुसार अगर जल्द इलाज नहीं किया गया तो बच्चे की जान जोखिम में आ सकती है. बीमारी के इलाज के लिए चिकित्सकों को हर्ष का बोन मैरो ट्रांसप्लांट करना पड़ेगा. जिसका खर्च 12 से 14 लाख रुपए आएगा.
माली हालत के चलते हर्ष के पिता के पास इतने पैसे नहीं है कि वो इतनी बड़ी रकम खर्च कर अपने बेटे का इलाज करवा सके. बच्चे के पिता ने सभी तरफ मदद की गुहार लगाई. लेकिन मदद नहीं मिल सकी. आखिरकार उसने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग कर डाली थी.
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ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया जिसके बाद प्रशासन भी हरकत में आया और राज्य सरकार से करीब डेढ़ लाख की मदद दिलवाई गई. अब स्थानीय लोगों ने एक मुहिम चलाकर 8 लाख रुपए एकत्र कर लिए हैं जो हर्ष के पिता को दिए जाएंगे. ताकि जल्द से जल्द उसका इलाज हो सके.
मदद मिलने के बाद हर्ष के पिता ने भी मददगारों और सरकार को धन्यवाद दिया है. उनका कहना है कि अगर थोड़ी बहुत मदद और मिल जाए तो वह निश्चिंत हो जाएंगे कि अब इलाज में जितना पैसा चाहिए था उन्हें मिल गया है.
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निश्चित तौर पर जिस तरीके खबर चलने के बाद प्रशासन और लोग हरकत में आए हैं और संवेदनशीलता दिखाई है. उससे साफ है कि एक बार फिर मदद के हाथ बढ़ाकर लोगों सामाजिक सरोकार निभाया है. अब निश्चित तौर पर हर्ष का इलाज हो सकेगा और उसके परिवार में जो मायूसी थी वह दूर हो सकेगी. हनुमानगढ़ से ईटीवी भारत के लिए गुलाम नबी की रिपोर्ट