हनुमानगढ़. रीको क्षेत्र में कारखानों निकलने वाले प्रदूषित पानी को लेकर प्रशासन सख्त हो गया है. जिला प्रशासन अब मामले में नगर परिषद को नोटिस भेजेगा. वहीं फैक्ट्री संचालकों को शीघ्र ही सीईटीपी (कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट) बनाने की निर्देश दिए गए हैं.
अतिरिक्त जिला कलेक्टर अशोक जाने ने शुक्रवार को रीको क्षेत्र में फैक्ट्रियों की ओर से छोड़े जा रहे इंडस्ट्रियल वेस्ट वाली जगह का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने नगर परिषद के अधिकारियों को इंडस्ट्रीज एसोसिएशन समिति और रीको को सीईटीपी निर्माण जल्द शुरू करवाने के लिए पत्र लिखने के निर्देश दिए. साथ ही सीईटीपी बनाने के लिए नगर परिषद की ओर से उपलब्ध करवाई जा रही 15 बीघा जमीन की लीज राशि जल्द जमा करवाने के भी निर्देश. दिए ताकि 15 बीघा जमीन की अंतिम लिस्ट जारी की जा सके.
गौरतलब है कि क्षेत्र में फैक्ट्री द्वारा खुले में केमिकल युक्त पानी छोड़ा जा रहा था. जिससे आसपास की हरियाली समाप्त हो गई. वहीं इस दौरान लाखों पेड़ पौधे सूख गए. आसपास की कॉलोनी में भी इस केमिकल से होने वाले प्रदूषण की जद में है. यहां स्थानीय लोगों को सांस लेने परेशानी की शिकायत आ रही है. अब प्रशासन ने जल्द से जल्द कार्रवाई कर यहां सीईटीपी प्लांट बनाने का निर्देश दिया है. वहीं शहर में दूषित पानी की सप्लाई हो रही है. जिसको लेकर एडीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.
बता दें कि फैक्ट्री द्वारा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने के निर्देश पहले भी दिए जा चुके थे. लेकिन अभी तक यह निर्देश अमल में नहीं लाए गए. जिसे अब प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. नगर परिषद प्रशासन को नोटिस भिजवाने का भी निर्देश दिए गए हैं. अब देखना है कि औद्योगिक क्षेत्र में कब वाटर ट्रीटमेंट प्लांट शुरू होता है. बता दें कि सीईटीपी तकनीक से कारखाने ने निकलने वाले दूषित पानी को गर्म करके उससे सॉलिड पदार्थ निकाल लिया जाता है.