हनुमानगढ़. जिला मुख्यालय पर नवस्थापित ऑक्सीजन जनरेट गैस प्लांट में लिक्विड ऑक्सीजन गैस टैंकर पहुंचना शनिवार से शुरू हो गया. प्लांट शुरू होने से अस्पताल, स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन सहित जिलावासियों ने राहत महसूस की है. प्लांट शुरू होने पर जिला अस्पताल में चल रही ऑक्सीजन की किल्लत से जिले को अब राहत मिलेगी.
पढ़ें- Corona Update: राजस्थान में 13,565 नए मामले आए सामने, 149 मौत...कुल आंकड़ा 8,49,379
बता दें, जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण ऑक्सीजन की कमी हो रही थी. श्रीगंगानगर और बीकानेर से ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही थी, लेकिन 200 किलोमीटर दूर से हर दूसरे दिन गैस का परिवहन करने में प्रशासन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था.
इसी परेशानी को देखते हुए हनुमानगढ़ के ग्रोवर परिवार ने एक गैस प्लांट स्थापित किया. फिलहाल, 7.98 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन का टैंकर हनुमानगढ को मिला है. अब जिला अस्पताल पर भार कम होगा और जिला अस्पताल के ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स को पीएसची, सीएचसी भेज कर वहां की स्थिति भी सामान्य हो सकेगी.
प्लांट संचालक हर्षित ग्रोवर ने बताया कि इस प्लांट को बनाने में करीब 1 करोड़ की लागत आई है. ये प्लांट जिले का पहला 20 हजार लीटर लिक्विड गैस क्षमता वाला ऑक्सीजन प्लांट है, जिससे 2000 सिलेंडरों में गैस भरी जा सकेगी. उन्होंने बताया कि अमूमन प्लांट में 15 से 16 हजार लीटर की क्षमता होती है. इस तरह 1 घंटे में 40 ऑक्सीजन सिलेंडर भरे जा सकेंगे.
इससे जिला अस्पताल प्रशासन को सस्ती दर पर ऑक्सीजन उपलब्ध होगी. मरीजों को शीघ्र ऑक्सीजन मिल सकेगी. उन्होंने कहा कि प्रशासन और अस्पताल प्रशासन को रिफिलिंग के लिए 200 किलोमीटर दूर बीकानेर और श्रीगंगानगर का सफर और अधिक खर्चा भी वहन नहीं करना पड़ेगा.