डूंगरपुर. स्वच्छता के मामले में डूंगरपुर शहर प्रदेश में अव्वल है. वहीं अब जिले के ग्रामीण क्षेत्र को भी स्वच्छ बनाने के प्रयास किए जा रहे है. इसके लिए जिला परिषद ने अभियान शुरू किया है. इस अभियान में चरणबद्ध तरीके से गांवों का चयन कर कचरा संग्रहण, निस्तारण और गंदे पानी की निकासी व्यवस्था और निस्तारण का प्रबंध किया जाएगा. जिससे जिले के गांव भी शहर की तरह स्वच्छ बन सके.
अभियान के प्रथम चरण में 50 गांवों को लेते हुए हर गांव पर 50 लाख रुपये तक खर्च किए जाएंगे. प्रदेश की डूंगरपुर निकाय ने स्वच्छता के क्षेत्र में प्रदेश और देश में अपना नाम कमाया है. वहीं अब शहर के साथ गांवों को स्वच्छ बनाने का काम किया जा रहा है. डूंगरपुर ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग की ओर से स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत गांवों को भी स्वच्छ रखने का अभियान शुरू किया गया है.
जिसके तहत ठोस और तरल कचरा प्रबंधन के लिए जिला परिषद के माध्यम से प्रथम चरण में 10 ब्लॉक में से 5-5 गांवों का चयन किया गया है. जिनमे कार्य के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है. इसके बाद मार्च से पहले प्रत्येक ब्लॉक से 35-35 गांवों का चयन करते हुए उनकी डीपीआर बनाकर काम किए जाएंगे.
घर-घर जाकर होगा कचरा संग्रहण
डूंगरपुर जिला परिषद सीईओ दीपेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया की चयनित गांवों में ठोस और तरल कचरा प्रबंधन करते हुए कचरा संग्रहण, निस्तारण और गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था की जाएगी. जिसके तहत घर-घर जाकर तरल और ठोस कचरे का अलग-अलग संग्रहण किया जाएगा. इसके अलावा गंदे पानी के लिए गांव में पक्की नालियों का निर्माण करते हुए गंदे पानी की निकासी की जाएगी. वहीं इसके अलावा तरल और ठोस कचरे को अलग-अलग कर उसको उपयोगी बनाने की भी कवायद की जाएगी.
पंचायतीराज में भी स्वच्छता की कवायद
स्वच्छ भारत अभियान में डूंगरपुर जिले के गांवों को स्वच्छ रखने की कवायद डूंगरपुर ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग ने शुरू कर दी है. इसके तहत प्रथम चरण में चयनित गांवों में विभाग की टीम जाकर पंचायत की कोरम और ग्रामीणों को जागरूक करने का काम भी कर रही है. सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाले समय में डूंगरपुर शहर की तर्ज पर डूंगरपुर जिले के गांव भी स्वच्छता की मिसाल पेश करेंगे.