डूंगरपुर. जिले में लुभावनी स्कीम का झांसा देकर हजारों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी करने वाली चिटफण्ड कंपनी के दो डायरेक्टर को डूंगरपुर पुलिस ने मध्यप्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस इस मामले में दोनों ही आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
सदर थानाधिकारी नाथूसिंह ने बताया कि चिटफण्ड कंपनी, विजयनगर इंदौर के डायरेक्टर पूनमचंद पाटीदार निवासी इंदौर और नानालाल पाटीदार निवासी झाबुआ को उज्जैन जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लिया है. दोनों ही आरोपियों को लाने के बाद कोर्ट में पेश किया गया. जिस पर कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा दिया है. पुलिस आरोपियों से अब लोगों से ठगी गई राशि और साथ ही उससे खरीदी गई संपत्ति का ब्यौरा को खंगालने में लगी हुई है.
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वहीं पुलिस इस मामले में अन्य आरोपी कंपनी के सह निदेशक राजेश जैन, प्रमिला जैन निवासी रतलाम, दुर्गा पाटीदार, पूजा पाटीदार, आलोक सहाय, संजय पटेल और प्रदीप पाटीदार की तलाश कर रही है. जिनके लिए अलग-अलग टीमें रवाना की गई है.
क्या था मामला
बता दें कि 12 फरवरी 2018 को विक्रमसिंह सहित पदमजी पटेल, प्रकाश कोटेड, हरिशंकर पटेल, अनिता कवंर ने सदर थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें बताया था कि वर्ष 2010 में चिटफण्ड कंपनी विजयनगर इंदौर की ओर से मध्यप्रदेश में स्कीम जारी की गई. जिसके तहत कंपनी वर्ष 2012 में डूंगरपुर आई और क्रेडिट सोसायटी के तहत एजेंट बनाना शुरू किया.
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कंपनी ने मासिक, प्रतिदिन और एफडी के माध्यम से बचत की जाने वाली राशि को 5 साल में दोगुना करने का झांसा दिया, जिसमें कई एजेंट बनाकर हजारों लोगों की मेहनत की कमाई निवेश की गई. जमा की गई राशि 2017 में परिपक्व हुई तो एजेंट और ग्राहकों ने राशि मांगना शुरू किया. जिस पर कंपनी की तरफ से लोग टालमटोल करते रहे और इसके बाद कंपनी फरार हो गई.