डूंगरपूर. जिले की दोवड़ा क्षेत्र में 12 अक्टूबर को रणसागर तालाब के पास हुई सड़क दुर्घटना में एक युवक की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है. पुलिस ने मामले में हत्या का केस दर्ज करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि हत्या की यह वारदात 35 लाख रुपए की बीमा राशि हड़पने के लिए की गई थी और फिर आरोपियों ने इसे दुर्घटना का रूप दे दिया था. उधर, पुलिस अब मामले में पूछताछ कर रही है.
जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव ने बताया कि 12 अक्टूबर को पारड़ा चौबीसा निवासी वीरमल परमार का शव दोवड़ा थाना क्षेत्र के रणसागर तालाब के पास मिला था. उस समय कार की टक्कर से उसकी मौत होना बताया था, लेकिन परिजनों ने उसकी मौत पर संदेह जताते हुए जांच की मांग की थी. वहीं, पुलिस को भी वीरमल के मौत को लेकर संदेह पैदा हुआ और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मामले में आगे की जांच शुरू की.
दोवड़ा थानाधिकारी भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में मामले की जांच करते हुए पुलिस को कई सुराग हाथ लगे. इस पर पुलिस ने मामले में आरोपी विशाल यादव निवासी दामडी, अनिल अहारी और सुनील अहारी निवासी पारड़ा चौबीसा को गिरफ्तार कर लिया. वहीं, पुलिस पूछताछ में तीनों ही आरोपियों ने हत्या की वारदात करना कबूल कर लिया है.
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
बता दें कि मृतक वीरमल परमार आरोपी विशाल के पास फाइनेंस कंपनी में सफाई कर्मचारी था. आरोपियों ने लाखों कमाने के लिए वीरमल का लाखों रुपये का बीमा कराकर फिर हत्या करने की साजिश रची. इसके लिए विशाल ने योजना बनाई और इसमें अपने साथी अनिल और सुनील को भी मिला लिया. आरोपियों ने पहले वीरमल के आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों के जरिए 15 लाख और 20 लाख के 2 अलग-अलग कुल 35 लाख रुपए का बीमा करवाया.
इसके बाद आरोपियों ने साजिश के तहत 12 अक्टूबर को रात के समय रणसागर के पास ले गए जहां आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से बाइक में पेट्रोल खत्म होने का कहकर पैदल ही बाइक लेकर चलने को कहा. फिर पीछे से एक कार लेकर आए और उसे कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. वहीं, हत्या की इस वारदात को आरोपियों ने पूरी तरह से दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया लेकिन उनकी यह चालाकी सामने आ गई और पकड़े गए.
बीमा की राशि उठाने दूसरी महिला को पत्नी बनाने की थी योजना
एसपी ने बताया कि आरोपी विशाल, सुनील और अनिल ने मृतक वीरमल के बीमा के 35 लाख रुपए उठाने के लिए भी योजना बना रखी थी. पुलिस पूछताछ में उन्होंने बताया कि बीमा के लिए नॉमिनी वीरमल की पत्नी थी, लेकिन इसकी जगह दूसरी महिला को पत्नी बताकर बैंक से राशि उठाने की भी योजना थी.