डूंगरपुर. जिले में स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की ओर से सोमवार से शुद्ध के लिए युद्ध अभियान का आगाज हुआ. इसके तहत टीम ने शहर में एक मिष्ठान भंडार और एक तेल पैकिंग फैक्ट्री से सैंपल लिए. कार्रवाई के दौरान व्यापारियों ने विरोध जताया साथ ही व्यापारियों को परेशान करने वाली कार्रवाई बताया.
राज्य सरकार की ओर से शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को लेकर अजमेर से विशेष ड्यूटी पर लगाए गए फूड इंस्पेक्टर व डूंगरपुर तहसीलदार की टीम ने शहर के कई मिठाइयो, घी व तेल की दुकानों पर एक ऑयल फैक्ट्री से तेल के सैंपल भी लिए. साथ ही अजमेर से आए फूड इंस्पेक्टर ने बताया कि सोमवार से अभियान का आगाज हुआ है जो कि 14 नवंबर तक चलेगा.
उन्होंने बताया कि अभियान के आगाज के साथ ही सैंपलिंग का काम शुरू कर दिया गया है. साथ ही डूंगरपुर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रो में जाकर भी खाद्य पदार्थो की सैंपलिंग ली जाएगी और त्योहारी सीजन में उपभोक्ता को शुद्ध खाद्य सामग्री मिले इसकी सुनिश्चितता तय की जाएगी. वहीं इंडस्ट्रीज एरिया में स्थित एक तेल पैकिंग फैक्ट्री में सैंपल लेने के लिए पंहुची. इस दौरान कार्रवाई के लिए आई टीम को विरोध का सामना करना पड़ा.
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व्यापारी का कहना था कि एक महीने पहले ही उसके यहां सैंपल की कार्रवाई की गई थी. जबकि एक महीने में ही दूसरी बार फिर से कार्रवाई कर प्रताड़ित किया जा रहा है. इस दौरान कई व्यापारी एकत्रित हो गए. व्यापारियों ने कहा कि कोरोनाकाल में वैसे ही व्यापार पूरी तरह से चौपट हो चुका है.
बावजूद इसके व्यापारियों ने कोरोना में सबसे ज्यादा लोगो की मदद की लेकिन अब सरकार व प्रशासन व्यापारियों पर कार्रवाई कर बेवजह प्रताड़ित कर रही है. इससे व्यापारियों में एक बार फिर डर का माहौल बनाया जा रहा है. साथ ही व्यापारियों ने बेवजह प्रताड़ित नहीं करने की मांग रखी है.