डूंगरपुर. जिले में अवैध रूप से बजरी खनन और परिवहन पर पुलिस की सख्ती के बाद बजरी माफियाओं की कमर टूट गई है. गुजरात से बजरी लेकर राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में बेचने वाले ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने छूट देने की गुहार लगाई है.
ऐसे में ट्रक ऑपरेटरों का कहना है कि बजरी के नाम पर उनके खिलाफ थानों में एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की जा रही है. ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. साथ ही रेती परिवहन खनिज और ट्रक ड्राइवर व ट्रकों को अवैधानिक तरीके से पकड़ने का विरोध किया है. एसोसिएशन के रतनलाल पाटीदार ने बताया कि डूंगरपुर जिले से खनिज संपदा जैसे सोप स्टोन, मार्बल, ग्रिट और अनाज सभी तरह के लदान कर गुजरात राज्य तक परिवहन ट्रकों से करते हैं.
वापसी में गुजरात राज्य के सीमावर्ती इलाकों से वहां के नादियों से बजरी साबरमती नदी, खेरोज नदी, वलाशना एवं लुनावाड़ा नदी आदि से बजरी की क्यारियां, सरकार द्वारा लीज होल्डरों, वहां के खनिज विभाग के रॉयल्टी चुका कर राजस्थान के सीमावर्ती जिलो में डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर, प्रतापगढ़ के निर्माणाधीन कार्यों पर बजरी एवं क्रेशर ग्रिट सप्लाई कर जीवन यापन करते हैं.
ट्रक एसोसिएशनों का कहना है कि कई बार सरकार से भी इस बारे में आग्रह किया है. लेकिन आज तक स्थाई समाधान नहीं निकला है, जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है. वर्तमान में सभी ट्रक मालिकों को गुजरात से रॉयल्टी चुकाकर लाई जा रही थी, जिसे डूंगरपुर को पुलिस पकड़कर थानों में खड़ी करवा दी है. ड्राइवर और खलासी को पकड़कर थानों में बंद कर दिया है. इससे व्यापार पूरी तरह से बंद हो गया है और रोजी-रोटी पर संकट आ गया है. सरकार और प्रशासन से इस समस्या का समाधान करने की मांग रखी है.
गौरतलब है कि जिला पुलिस अधीक्षक शंकरदत्त शर्मा की ओर से पिछले दिनों से जिलेभर में अवैध बजरी खनन और परिवहन के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया गया, जिसमें आसपुर क्षेत्र के सोम कमला आंबा बांध से अवैध बजरी खनन करते हुए छोटी बड़ी 13 से ज्यादा नावें जब्त की गईं. वहीं 6 हजार टन से भी ज्यादा अवैध बजरी को बरामद किया गया है. वहीं अवैध बजरी खनन माफिया के खिलाफ आसपुर थाने में केस दर्ज किए गए और कई बजरी माफियाओं की गिरफ्तारी भी की गई. इसके अलावा बजरी परिवहन पर कार्रवाई करते हुए 37 से ज्यादा ट्रक जप्त किए गए और उनके खिलाफ अपराधिक केस दर्ज किए गए हैं. इसी वजह से डूंगरपुर जिले में बजरी खनन और परिवहन की कमर टूट गई है और बजरी माफिया परिवहन करने वाले ट्रक ऑपरेटर्स बजरी पर छूट देने की मांग कर रहे हैं.