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डूंगरपुरः क्लीनिकल फिजियोलॉजी लैब का उद्घाटन, फेफड़ों की होगी जांच

डूंगरपुर जिला अस्पताल में रविवार को क्लीनिकल फिजियोलॉजी लैब का उदघाट्न हुआ. इस लैब में तंबाकू और धूम्रपान की वजह से मरीज के फेफड़ों में कितना संक्रमण फैला और फेफड़ों की क्या स्थिति है, इसका पता लगाया जा सकता है.

Inauguration of Clinical Physiology Lab, क्लीनिकल फिजियोलॉजी लैब का उद्घाटन
क्लीनिकल फिजियोलॉजी लैब का उद्घाटन
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Published : Jan 26, 2020, 8:00 PM IST

डूंगरपुर. मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल डूंगरपुर में अब मरीजों को शरीर की जांच को लेकर कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी. अस्पताल में रविवार को क्लीनिकल फिजियोलॉजी लैब का उदघाट्न किया गया. जिससे अब लोगों को जांच के लिए उदयपुर या अहमदाबाद नहीं जाना पड़ेगा.

क्लीनिकल फिजियोलॉजी लैब का उद्घाटन

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शलभ शर्मा ने पुराने अस्पताल भवन में ही फिजियोलॉजी लैब का उदघाट्न किया. इसके बाद फिजियोलॉजी लैब के डॉ. योगेश कांछा और डॉ. जितेंद्र योगी से लैब में मरीजों की होने वाली जांच के बारे में जानकारी ली. इस लैब में तंबाकू या धूम्रपान की वजह से मरीज के फेफड़ों में कितना संक्रमण फैला ओर फेफड़ो की क्या स्थिति है, इसका पता लगाया जा सकेगा.

इसके अलावा व्यक्ति के शरीर में धमनियां, नसे ओर मांसपेशियों में किस तरह से खराबी के कारण व्यक्ति को कई तरह की गंभीर बीमारियां हो सकती है, इसका पता भी लगाया जाएगा. इस जांच के बाद मरीज का समय पर इलाज मिलने से राहत भी संभव है. जबकि इस तरह की बीमारियों का पता सिटी स्कैन या एमआरआई से जांच करवाने के बाद भी पता नहीं चल पाता है.

पढ़ेंः कोरोना वायरस को लेकर राजस्थान में अलर्ट जारी, चीन से आए 18 यात्री अंडर सर्विलांस

डॉ. शलभ शर्मा ने कहा कि इस तरह की जांच की सुविधा अब तक डूंगरपुर में नहीं थी. जिस कारण लोग उदयपुर या अहमदाबाद जाते थे और इसके लिए करीब 2 से 2.5 हजार रुपए का खर्च होता है, लेकिन अब इस तरह की जांच की सुविधा डूंगरपुर में ही मिलेगी और वह भी बिल्कुल कम दर पर. हालांकि यह जांच कितने में होगी इसकी कोई रेट तय नहीं की गई है, लेकिन अगली एमआरएस की बैठक में जल्द ही इस पर निर्णय ले लिया जाएगा. कार्यक्रम में पीएमओ डॉ. कांतिलाल मेघवाल, मेडिकल कॉलेज प्रवक्ता डॉ. महेंद्र डामोर मौजूद थे.

डूंगरपुर. मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल डूंगरपुर में अब मरीजों को शरीर की जांच को लेकर कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी. अस्पताल में रविवार को क्लीनिकल फिजियोलॉजी लैब का उदघाट्न किया गया. जिससे अब लोगों को जांच के लिए उदयपुर या अहमदाबाद नहीं जाना पड़ेगा.

क्लीनिकल फिजियोलॉजी लैब का उद्घाटन

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शलभ शर्मा ने पुराने अस्पताल भवन में ही फिजियोलॉजी लैब का उदघाट्न किया. इसके बाद फिजियोलॉजी लैब के डॉ. योगेश कांछा और डॉ. जितेंद्र योगी से लैब में मरीजों की होने वाली जांच के बारे में जानकारी ली. इस लैब में तंबाकू या धूम्रपान की वजह से मरीज के फेफड़ों में कितना संक्रमण फैला ओर फेफड़ो की क्या स्थिति है, इसका पता लगाया जा सकेगा.

इसके अलावा व्यक्ति के शरीर में धमनियां, नसे ओर मांसपेशियों में किस तरह से खराबी के कारण व्यक्ति को कई तरह की गंभीर बीमारियां हो सकती है, इसका पता भी लगाया जाएगा. इस जांच के बाद मरीज का समय पर इलाज मिलने से राहत भी संभव है. जबकि इस तरह की बीमारियों का पता सिटी स्कैन या एमआरआई से जांच करवाने के बाद भी पता नहीं चल पाता है.

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डॉ. शलभ शर्मा ने कहा कि इस तरह की जांच की सुविधा अब तक डूंगरपुर में नहीं थी. जिस कारण लोग उदयपुर या अहमदाबाद जाते थे और इसके लिए करीब 2 से 2.5 हजार रुपए का खर्च होता है, लेकिन अब इस तरह की जांच की सुविधा डूंगरपुर में ही मिलेगी और वह भी बिल्कुल कम दर पर. हालांकि यह जांच कितने में होगी इसकी कोई रेट तय नहीं की गई है, लेकिन अगली एमआरएस की बैठक में जल्द ही इस पर निर्णय ले लिया जाएगा. कार्यक्रम में पीएमओ डॉ. कांतिलाल मेघवाल, मेडिकल कॉलेज प्रवक्ता डॉ. महेंद्र डामोर मौजूद थे.

Intro:डूंगरपुर। मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल डूंगरपुर में अब मरीजो को शरीर की जांच को लेकर कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी। अस्पताल में रविवार को क्लीनिकल फिजियोलॉजी लैब का उदघाट्न किया गया, जिससे अब लोगों को जांच के लिए उदयपुर या अहमदाबाद में नहीं जाना पड़ेगा।


Body:मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ शलभ शर्मा ने पुराने अस्पताल भवन में ही फिजियोलॉजी लैब का रिबन खोलकर उदघाट्न किया। इसके बाद फिजियोलॉजी लैब के डॉ योगेश कांछा और डॉ जितेंद्र योगी से लैब में मरीजो की होने वाली जांच के बारे में जानकारी ली। इस लैब में तंबाकू या धूम्रपान की वजह से मरीज के फेफड़ों में कितना संक्रमण फैला ओर फेफड़ो की क्या स्थिति है इसका पता लगाया जा सकेगा।
इसके अलावा व्यक्ति के शरीर मे धमनियां, नसे ओर मांसपेशियों में किस तरह से खराबी के कारण व्यक्ति को कई तरह की गंभीर बीमारियां हो सकती है इसका पता लगाया जाएगा। इस जांच के बाद मरीज का समय पर इलाज मिलने से राहत भी संभव है। जबकि इस तरह की बीमारियों का पता सिटी स्कैन या एमआरआई से जांच करवाने के बाद भी पता नही चल पाता है।
डॉ शलभ शर्मा ने कहा कि इस तरह की जांच की सुविधा अब तक डूंगरपुर में नहीं थी जिस कारण लोग उदयपुर या अहमदाबाद के जाते है ओर इसके लिए करीब 2 से 2500 हजार रुपये का खर्च होता है, लेकिन अब इस तरह की जांच की सुविधा डूंगरपुर में ही मिलेगी और वह भी बिल्कुल कम दर पर। हालांकि यह जांच कितने में होगी इसकी कोई रेट तय नहीं कि गई है, लेकिन अगली एमआरएस की बैठक में जल्द ही इस पर निर्णय ले लिया जाएगा। कार्यक्रम में पीएमओ डॉ कांतिलाल मेघवाल, मेडिकल कॉलेज प्रवक्ता डॉ महेंद्र डामोर मौजूद थे।

बाईट- डॉ शलभ शर्मा, प्रिंसिपल एवं कंट्रोलर मेडिकल कॉलेज डूंगरपुर।


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