डूंगरपुर. वर्तमान में हावी होती पाश्चात्य संस्कृति के दुष्परिणामों को रोकने और शौर्य से ओतप्रोत राजपूत संस्कृति के प्रति जागरूक करने के लिए उदयपुर संभाग के क्षत्रिय समाज ने अच्छी पहल शुरू की है. इसी कड़ी में डूंगरपुर जिले में राजपूत समाज की ओर से चार दिवसीय बालिका संस्कार शिविर आयोजित किया गया है.
शहर के सिसोदिया फार्म हाउस में आयोजित इस शिविर में संभाग की 205 बालिकाओं ने भाग लिया. चार दिन तक चलने वाले इस शिविर में बालिकाओं को नियमित ध्वज वंदना, प्रार्थना, खेल, बौद्धिक चर्चा, सामूहिक हवन और लघु नाटिकाओं के माध्यम से संस्कार दिए गए. वहीं ऐतिहासिक जानकारी के माध्यम से बालिकाओं को राजपूत समाज के अनुशासन, मर्यादा और शोर्य के बारे में भी बताया गया.
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वहीं समापन समारोह को संबोधित करते हुए समाज के प्रतिनिधियों ने बालिकाओं से आव्हान किया कि वह शिविर में मिले प्रशिक्षण को अपने जीवन मे उतारे और राजपूती पोशाक को बढ़ावा देने के साथ-साथ मोबाइल के अत्यधिक उपयोग से भी दूर रहने की कोशिश करे. इधर शिविर में भाग लेने वाली बालिकाओं ने भी पाश्चात्य संस्कृति से दूर रहने और राजपूत संस्कृत को आत्मसात करने का विश्वास समाज को दिलाया.